Shimla: बागवान बाहरी राज्यों को भेज रहे सेब, हिमाचल की मंडियों में बेचने में नहीं दिखा रहे रुचि

punjabkesari.in Sunday, Sep 08, 2024 - 09:35 AM (IST)

शिमला, (भूपिन्द्र): हिमाचल प्रदेश के बागवान बाहरी राज्यों में अधिक सेब बेच रहे हैं। इस बार गड व दर के चक्कर में बागवान हिमाचल की मंडियों में सेब बेचने में रुचि नहीं दिखा रहे। इससे जहां प्रदेश की मंडियों में सेब की आमद कम है। शिमला सहित पराला व नारकंडा की मंडियों में इस बार सेब दर के हिसाब से बिक रहे हैं। यानि आढ़ती सेब साइज के हिसाब से खरीद कर रहे हैं। इसका बागवान विरोध करते आए हैं।

जबकि पिंजौर व चंडीगढ़ की मंडी में सेब गड के हिसाब से बिक रहा है। ऐसे में बागवान पिंजौर व चंडीगढ़ सेब लेकर जा रहे हैं। गत दिन पिंजौर मंडी में करीब 1 लाख सेब की पेटियां बिकने के लिए पहुंची। बागवानों को गड के हिसाब से सेब बेचने में लाभ होता है।

इस कारण वह बाहरी राज्य की मंडियों में सेब बेच रहे हैं। इसके अलावा शिमला जिला की मंडियों में सेब के दाम में भी गिरावट आई है। यहां पर सेब 1000 से 1500 रुपए प्रति पेटी बिक रही है। भारी बारिश के कारण शनिवार को ढली मंडी में कम पहुंची सब्जी ढली मंडी में शनिवार की कम मात्रा में सब्जी पहुंची, क्योंकि शुक्रवार को भारी बारिश होने के कारण किसान खेतों से सब्जी नहीं निकाल पाए।

इस कारण मंडी में किसानों को गत दिन की अपेक्षा अच्छे रेट मिले। बंद गोभी, शिमला मिर्च प्रति किलो गत दिन की अपेक्षा 10 से 30 रुपए अधिक दाम पर बिकी। फागू के किसान श्याम सिंह ने कहा कि इस बार पहले गर्मी तथा अब बरसात के कारण फसलें खराब हुई हैं। इसके अलावा हर वर्ष लागत भी बढ़ रही है, लेकिन दाम अधिक नहीं मिल रहे हैं। इससे नुक्सान उठाना पड़ रहा है।

शिमला की मंडी में मंदा चल रहा काम : प्रताप चौहान

भट्टाकुफर-ढली फल मंडी के अध्यक्ष प्रताप चौहान ने कहा कि भट्टाकुफर फल मंडी में इन दिनों काम मंदा चल रहा है। मंडी में कम मात्रा में सेब पहुंच रहा है। क्योंकि अधिकांश बागवान पिंजौर व चंडीगढ़ की मंडी मे सेब लेकर जा रहे है, क्योंकि वहां पर गड के हिसाब से सेव विक रहा है।
 


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Content Editor

Jyoti M

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