डेरा बाबा जवाहर दास में माहौल दिनभर रहा तनावपूर्ण

punjabkesari.in Saturday, Jun 23, 2018 - 10:53 AM (IST)

होशियारपुर (अमरेन्द्र): थाना बुल्लोवाल अधीन आते गांव सूसां स्थित डेरा बाबा जवाहर दास में डेरे का प्रबंध दमदमी टकसाल को देने के कमेटी के फैसले का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा। शुक्रवार सुबह से ही सूसां गांव में आसपास के गांवों से संगत एकत्रित होने लगी। लोगों की भीड़ बढ़ती देख प्रशासनिक तौर पर डेरे के अंदर व बाहर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई जिससे वहां कोई अप्रिय घटना नहीं घटी।

इस मौके पर सुखजीत सिंह सूसां, नरिन्द्रपाल सिंह सूस, बलविन्द्र सिंह सांधरा सोढियां, सरपंच मानक ढेरी संदीप सिंह, बलविन्द्र सिंह धामियां व अजविन्द्र सिंह बिल्लू खडियाला सैनियां ने कहा कि मौजूदा कमेटी ने बिना इलाके की संगत की सहमति के ही डेरे को दमदमी टकसाल को दे दिया है, जिसका वे विरोध करते हैं। डेरे में दमदमी टकसाल की तरफ से प्रबंधक बनाए गए बाबा जीवा सिंह से बात करने के लिए संगत जब डेरे की तरफ बढऩे लगी तो पुलिस की तरफ से डेरे का गेट बंद कर दिया गया। बाद में डेरे में बाबा जीवा सिंह व 5 मैंबरी कमेटी के बीच फैसला हुआ लेकिन संगत इस फैसले से संतुष्ट नहीं दिखी।

इस अवसर पर मलकीत सिंह पंच, कमलजीत कौर पंच, सरवन सिंह धुग्गा किसान सभा, सरपंच कुलविंद्र सिंह संधरा सोढियां, सरपंच ऋषि नाहर सुसाना, परमिंदर सिंह, सोहन सिंह पंच, हरप्रीत सिंह, सूबेदार सुरिंद्र सिंह, अशोक कुमार, मुंशा सिंह, परमजीत सिंह, गोपी सिंह, गुरदयाल सिंह, मानकराय, कुलवीर सिंह, हरविंदर सिंह, गुरमीत सिंह, परमिंदर सिंह राजू, दलजीत सिंह पजोदित्ता, हरभजन हम संगत के साथ हैं : सुखजीत सिंहसिंह सूसां, सिमरन सिंह सूसां, जसविंदर सिंह भी उपस्थित थे।

हम संगत के साथ हैं : सुखजीत सिंह

इस अवसर पर सुखजीत सिंह ने कहा कि वह इलाके की संगत के साथ हैं। जो संगत का फैसला होगा, हम उसके साथ हैं। उनकी बाबा जीवा सिंह से बात हो गई है। अगर संगत की तरफ से नई कमेटी बनती है या फिर नई पंचायत बनती है और उनको डेरा छोडऩे को कहती है तो दमदमी टकसाल डेरा छोड़ देगी। उन्होंने कहा कि डेरे को दमदमी टकसाल को देने के सहमति-पत्र पर उसने हस्ताक्षर नहीं किए हैं। 

विरोध करने वाले न पंच हैं और न सरपंच : मिंटू
इस संबंध में जब डेरे में अब तक रह चुके प्रधान अवतार सिंह मिंटू से बात की गई तो उन्होंने कहा कि डेरे का प्रबंध दमदमी टकसाल को देने का जो विरोध कर रहे हैं, वे न तो गांव में पंच हैं और न ही सरपंच। रही बात गांव की तो गांव के लोग उनके साथ बहुत ही कम थे। विरोध करने वाली संगत के बाद गांव की संगत डेरे में दमदमी टकसाल के पक्ष में गई थी जो डेरे को दमदमी टकसाल के पास रहने देने के पक्षमें है। 

क्या कहते हैं डी.एस.पी.
मौके पर मौजूद डी.एस.पी. दसूहा राजेन्द्र कुमार ने कहा कि डेरे में पुलिस की पक्की तैनाती नहीं की गई है। दोनों पक्षों के बीच बढिय़ा माहौल होने की वजह से इसकी आवश्यकता भी नहीं है।  

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