श्री गुरु ग्रंथ साहिब की हजूरी में 2 गुट आपस में भिड़े, पगडियां उतरीं

punjabkesari.in Sunday, May 27, 2018 - 12:46 PM (IST)

गढ़दीवाला (जितेन्द्र): गांव धुग्गा कलां में गुरुद्वारा साहिब की कमेटी को लेकर 2 गुटों में पिछले दिनों से चल रहे विवाद ने शनिवार को एक नया रूप ले लिया। गुटों में टकराव इतना ज्यादा बढ़ा कि दोनों गुटों के लोग गुरुद्वारा साहिब के अंदर ही अरदास के दौरान आपस में भिड़ गए।

इस दौरान कुछ लोगों की पगडियां भी सिर से उतर गईं। टकराव होने पर पुलिस द्वारा गुरुद्वारा साहिब में दाखिल होकर दोनों गुटों को लड़ाई से रोकने की पूरी कोशिश की गई। इस दौरान लोगों ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब की हजूरी में एक-दूसरे से चौर साहिब छीनने की कोशिश भी की। धक्का-मुक्की होने से जहां कुछ व्यक्तियों की पगडिय़ां उतर गई, वहीं कुछ लोगों को चोटें भी आईं। 

गुरुद्वारा साहिब में नई कमेटी द्वारा रखे श्री अखंड पाठ साहिब के भोग उपरांत अरदास की जा रही थी, तो इस दौरान नई कमेटी व पुरानी कमेटी के मैंबर आपस में उलझ पड़े। पुलिस प्रशासन द्वारा गुरुद्वारा साहिब के अंदर जाकर बड़ी मुश्किल से दोनों गुटों में टकराव पर काबू पाकर पुरानी कमेटी के सदस्यों को गुरुद्वारा साहिब से बाहर लाकर मामला शांत किया गया। नई कमेटी द्वारा गत 24 मई को गुरुद्वारा साहिब में श्री अखंड पाठ साहिब आरंभ किए गए थे, जिनके भोग आज पाए गए और जब नई कमेटी द्वारा पुन: श्री अखंड पाठ साहिब रखने के बारे कहा तो इससे पुरानी कमेटी के मैंबर भड़क उठे।

अरदास के वक्त गुट आपस में उलझे
एस.एच.ओ. गढ़दीवाला जसकंवल सिंह सहोता, पूर्व मुख्य संसदीय सचिव देसराज धुग्गा व नायब तहसीलदार मनजीत सिंह द्वारा मामले को शांत करने संबंधी यह सलाह-मशबिरा किया जा रहा था कि दोनों पक्षों का बैठाकर राजीनामा करवा दिया जाए, लेकिन इस दौरान गुरुद्वारा साहिब के अंदर अरदास के दौरान दोनों गुटों के लोग आपस में उलझ पड़े। 

बलदेव सिंह के स्थान पर गुरदीप सिंह को बनाया प्रधान
डी.एस.पी. सिटी सुखविन्द्र सिंह, नायब तहसीलदार गढ़दीवाला मनजीत सिंह, इंस्पैक्टर करनैल सिंह मुकेरियां, इंस्पैक्टर यादविन्द्र सिंह बुल्लोवाल सहित अनेक पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे। इसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों, पूर्व मुख्य संसदीय सचिव देसराज धुग्गा तथा सत्कार सभा के आगुओं ने मामले को शांत करने के लिए दोनों कमेटियों के साथ बैठक कर नई कमेटी के चुने प्रधान बलदेव सिंह के स्थान पर गुरदीप सिंह को प्रधान, कैप्टन हरबंस सिंह उपाध्यक्ष तथा रेशम सिंह को संयुक्त सचिव बनाकर पहले बनाई 18 सदस्यीय कमेटी को 3 महीने के लिए बहाल रखा गया। 

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