बीमा पॉलिसी की आड़ में पैसे डबल करने का झांसा देकर सेवानिवृत्त कैप्टन से की 22 लाख की ठगी

punjabkesari.in Wednesday, Jul 10, 2019 - 09:57 AM (IST)

टांडा-उड़मुड़(पंडित): फोन तथा ऑनलाइन माध्यम से बीमा कम्पनी की आड़ में पैसे डबल करने का झांसा देकर गांव मियानी निवासी सेवामुक्त कैप्टन से अज्ञात व्यक्तियों ने 22 लाख रुपए की ठगी की है। ठगी का शिकार हुए वार्ड 6 मियानी निवासी सेवामुक्त कैप्टन कुलवंत सिंह पुत्र ज्ञान सिंह ने जिला पुलिस प्रमुख के पास दी गई शिकायत में ठगी करने वाली जिस बीमा कम्पनी जी.बी.आई. (बीमा लोक पाल) का जिक्र किया है। उसकी ओर से होशियारपुर के एक सेवामुक्त बैंक मैनेजर तथा तलवाड़ा इलाके के एक अन्य व्यक्ति भी लाखों रुपए की ठगी का शिकार हुए हैं।

 पुलिस को दी अपनी शिकायत में कुलवंत सिंह ने बताया कि उसने वीवा कम्पनी के माध्यम से बीमा पॉलिसी करवाई हुई थी। उसके साथ इस ठगी की शुरूआत 2015 में दीपिका नामक महिला का फोन आने के बाद हुई थी। दीपिका ने अपने आप को कर्नल की बेटी बताते हुए ज्यादा लाभ लेने के लिए अपनी पॉलिसी को जी.बी.आई. में कन्वर्ट करवाने के लिए बहला लिया। इसके बाद विभिन्न व्यक्तियों ने कम्पनी के प्रतिनिधि बनकर रकम दोगुनी करने का झांसा देकर कुलवंत सिंह से बैंक खातों में 22 लाख रुपए ट्रांसफर करवा लिए। कुलवंत सिंह ने बताया कि कम्पनी की ओर से उसे 32 लाख रुपए की अदायगी करने का झांसा दिया गया था, जो उसको नहीं मिले।

जब उसने दिल्ली जाकर कम्पनी ढूंढने की कोशिश की तो उसके हाथ कुछ भी नहीं लगा। न ही किसी व्यक्ति के बारे में कुछ पता चल पाया। वहीं उसके साथ बात करने वाले व्यक्तियों की ओर से यकीन के तौर पर सबूत के लिए भेजी गई अपने आधार कार्ड तथा अन्य शिनाख्ती कार्ड भी जाली निकले। अपने साथ ठगी होने के बाद सेवामुक्त फौजी ने अब पुलिस के आगे मदद की गुहार लगाई है। इस संबंधी डी.एस.पी. टांडा गुरप्रीत सिंह गिल से बात करने पर उन्होंने कहा कि ऐसे तरीकों से ठगी के कई मामले सामने आने के बावजूद लोग जागरूक नहीं हो पा रहे हैं। ऑनलाइन तथा फोन के माध्यम से बैंक अकाऊंट व वित्तीय कार्यों की कोई भी जानकारी देते समय जागरूक रहने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि कुलवंत सिंह की ओर से मिली शिकायत की तफ्तीश करते हुए मोबाइल तथा अकाऊंट नंबरों की जांच की जाएगी।

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