इंटरपोल की मदद से भारत लाए गए गैंगस्टर ज्योति से पुलिस रिमांड में हो रही पूछताछ

punjabkesari.in Saturday, Feb 09, 2019 - 11:06 AM (IST)

टांडा उड़मुड़(पंडित, रविंदर) : दुबई से इंटरपोल की मदद से भारत लाए गए गैंगस्टर जोति खुर्दा का रिमांड हासिल कर जिला पुलिस गैंगवार और कत्ल के मामले संबंधी में राज उगलवाने के लिए पूछताछ कर रही है। 7 फरवरी को भारत लाए गए बहुचर्चित अमरीक सिंह गढ़दीवाल कत्ल केस के आरोपी ज्योति खुर्दा को माननीय अदालत  में पेश करने के बाद गढ़दीवाल पुलिस को 8 और 9 फरवरी तक रिमांड हासिल हुआ था।  आज टांडा में हुई प्रैस कान्फ्रैंस में डी.एस.पी. टांडा गुरप्रीत सिंह गिल मुताबिक अभी तक ज्योति ने प्राथमिक पूछताछ में कोई कोई बड़ा राज नहीं उगला है। पुलिस लगातार उससे पूछताछ कर रही है।

क्या है मामला 
 गढ़दीवाला इलाके में गैंगवार, दुश्मनी तथा मुकद्दमेबाजी की रंजिश के चलते विदेश से ही सुपारी देकर अपने दुश्मनों का कत्ल करवाने वाले दो भाइयों में से एक को जिला पुलिस ने रैड कार्नर नोटिस जारी कर के सी.बी.आई, इंटरपोल तथा आबूधाबी सरकार की सहायता से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। दुबई गई जिला पुलिस की टीम में उप- कप्तान इन्वैस्टीगेशन राकेश कुमार, इंस्पैक्टर मुनीश कुमार इंचार्ज स्पैशल ब्रांच थाना मुखी गढ़दीवाल जसकंवल सिंह सहोता की टीम द्वारा लाए गए आरोपी की पहचान प्रभजोत सिंह ’योति खुर्दा पुत्र सम्पूर्ण सिंह के रूप में हुई है, जिसने कनाडा रहते अपने दूसरे भाई जंग बहादर के साथ मिलकर दुबई से ही गढ़दीवाल निवासी अमरीक सिंह के कत्ल की साजिश रची थी। आरोपी ’योति पर इरादा कत्ल तथा असला एक्ट अधीन एक दर्जन के करीब विभिन्न थानों में मामले दर्ज थे। आज टांडा में एस.एस.पी. होशियारपुर जे.एलनचेलियन के दिशा-निर्देशों अधीन डी.एस.पी. टांडा गुरप्रीत सिंह गिल ने विशेष पत्रकार वार्ता के दौरान पुलिस की इस सफलता के बारे में बताया।


क्या है गैंगवार की वजह 
गांव खुर्दा निवासी ज्योति खुर्दा के भाई पहलवान निशान सिंह शाना  का 201& में गढ़दीवाल में कत्ल हो गया था, जिसके आरोप में नामजद गढ़दीवाल निवासी प्रदीप सिंह और उसके परिवार के साथ शाना के भाई ज्योति खुर्दा में रंजिश के चलते गैंगवार शुरू हो गई थी।  डी.एस.पी. टांडा गिल ने बताया कि गढ़दीवाला इलाके में पिछले कई सालों से गैंगवार के दौरान जेल गए प्रदीप सिंह के चाचा अमरीक सिंह पर ’योति ने कातिलाना हमला करवाया था लेकिन मारने के लिए चलाई गई गोली अमरीक सिंह के लगने के बजाए अवतार सिंह नाम के व्यक्ति के पैर पर लगी थी।  इसके बाद प्रदीप को मारने के लिए 2017 में भेजे गए आरोपी थाना हरियाना पुलिस ने काबू कर लिए थे। बाद में 6 दिसम्बर 2017 को प्रदीप के चाचा अमरीक सिंह का गढ़दीवाल में कत्ल हो गया था। गैंगवार के नतीजे के चलते गढ़दीवाला में हुए बहुचॢचत अमरीक सिंह के कत्ल के आरोप में हरदीप सिंह डब्बू, परमिंदर सिंह प्रिंस, सोहन सिंह, डब्बू की माता, जतिन, सचिन बावा, पवन कुमार तथा भिंदा के अलावा ’योति तथा उसके भाई जंग बहादुर पर कत्ल का मामला दर्ज हुआ था। 

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