गोल्ड लोन स्कैम में बैंक प्रबंधन पर उठा सवालिया निशान : वशिष्ठ

punjabkesari.in Thursday, Mar 22, 2018 - 07:41 AM (IST)

होशियारपुर(अमरेन्द्र): होशियारपुर के कस्बा बुल्लोवाल स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया शाखा में हुए बहुचॢचत गोल्ड लोन स्कैम मामले में आरोपी फाइनैंसर सुखविन्दर पाल सिंह सन्नी को बुल्लोवाल पुलिस अदालत में पेश कर 3 दिन का रिमांड हासिल कर पूछताछ कर रही है वहीं आरोपी सुनियारा जतिन्द्र लवली अब भी फरार चल रहा है। इस बीच इस मामले को उजागर करने वाले आर.टी.आई.अवेयरनैस फोरम पंजाब के चेयरमैन राजीव वशिष्ठ ने बुधवार को इस बहुचर्चित लोन स्कैम के 224 में से 1 मामले पुरहीरां के रहने वाले मंजीत सिंह पुत्र करमजीत सिंह के मामले पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि बैंक प्रबंधन ने सोने के ग्रौस वेट व नैट वेट में भारी अनियमितता बरती है। उन्होंने सवालिया निशान लगाते हुए इस मामले में बैंक के उच्चाधिकारियों व पुलिस से भी मांग की है कि वे इसकी उच्च स्तरीय जांच करवाएं ताकि बैंक की साख पर कोई प्रश्नचिन्ह न लगे।

क्या है आर.टी.आई. एक्टीविस्ट राजीव वशिष्ठ का आरोप
आर.टी.आई. एक्टीविस्ट राजीव वशिष्ठ ने कहा कि मंजीत सिंह ने 9 दिसम्बर 2016 को बैंक में 2 गहने रखे थे, जिनका ग्रौस वेट 137 ग्राम था। बाद में इसको 24 कैरेट में बदलने पर नैट वेट 113 ग्राम बना, जिसका बाजार मूल्य 3 लाख 10 हजार रुपए बना था। इस गोल्ड पर उसे कर्ज 2 लाख 42 हजार मंजूर हुआ था जो अब ब्याज के साथ अब 2 लाख 66 हजार 952 रुपए बनता है। उन्होंने कहा कि 224 लोगों की वैरीफिकेशन होशियारपुर के शीशमहल बाजार स्थित विनोद ज्वैलर से जब करवाई गई तो सोने में 15 से 18 प्रतिशत ही सोना निकला। इस तरह मंजीत सिंह के 113 ग्राम सोने का नैट वेट 18 ग्राम ही निकला जिसका बाजार मूल्य इस समय सिर्फ 55,000 है। उन्होंने कहा कि इस मामले में बैंक को 2 लाख 11 हजार 952 रुपए का नुक्सान हुआ है। उन्होंने कहा कि बैंक कर्मचारी व अधिकारी भले ही कहें कि उन्हें सोने की क्वालिटी की जानकारी नहीं है परन्तु उन्हें उसकी मात्रा की तो समझ होनी चाहिए।

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