बारिश से टूट रही सड़क व डंगे, जलभराव से शैक्षणिक संस्थाओं की दीवारें गिरने का खतरा

punjabkesari.in Saturday, Aug 18, 2018 - 11:10 AM (IST)

तलवाड़ा(डी.सी.): तलवाड़ा एरिया में आए दिन अम्बर से बरस रही भारी बारिश के कारण कई स्थान ऐसे हैं जहां अब भी जलभराव होने से नुक्सान का खतरा बना हुआ है। यही नहीं कुछ स्थानों पर बारिश की मार से नए विकास कार्य भी अब उखडऩे लगे हैं।

क्या चाहते हैं लोग
भाजपा एस.सी. मोर्चा सर्कल प्रधान विपन वरैयटी तथा पूर्व सरपंच पत्ती वलाम मा. विधि सिंह ने कहा कि उक्त क्षेत्रों में जहां जलभराव है वहां जे.सी.बी. से ड्रेन में प्रशासन को सफाई करवानी चाहिए। 66 के.वी. स्टेशन में भी प्रशासन को गंदगी- मुक्त वातावरण बनाने का शीघ्र प्रयास करना चाहिए।

मैरीटोरियस स्कूल, सरकारी कालेज के साथ है जलभराव
इन सरकारी शैक्षणिक संस्थानों के बाहर दीवारों के साथ-साथ जो ड्रेन है, उसमें पिछले कुछ दिनों से बरसात का पानी भरा हुआ है। ऐसा नहीं इस ड्रेन से पानी निकलता ही नहीं है परंतु यह ड्रेन फिर भी करीब डेढ़-दो फुट पानी से हरदम भरी रहती है। वृक्षों के झुंड बीचों-बीच होने के कारण ज्यादातर पत्तों तथा कूड़ा-कर्कट से ड्रेन ब्लॉक रहती है इसलिए बारिश का पानी नाममात्र ही ड्रेन से निकल पाता है। ऐसी परिस्थितियों में सरकारी कालेज, मैरीटोरियस स्कूल तथा सी.पाइट जैसे स्थानों पर साथ लगती दीवारों के गिर जाने की आशंका बनी हुई है।

पावरकॉम कार्यालय हुआ बदसूरत 
66 के.वी. सब-स्टेशन को बरसात की बारिश ने बदसूरत बना दिया है। यहां जगह-जगह जलभराव कई दिनों से बना हुआ है। मुख्य गेट पर ही कोई पैदल आए तो उसे छड़प्पे मार-मार कर सड़ांध छोड़ती दल-दल से होकर कार्यालय तक पहुंचना पड़ रहा है। किसी भी सूरत में 66 के.वी. स्टेशन के अंदर ग्राऊंड में खड़े होना तो स्वयं शरीर पर बीमारियों को न्यौता देने के समान हो सकता है। यहां बदहाली के हालात ऐसे हैं कि आप वृक्षों के पास जलभराव वाले क्षेत्र में खड़े हुए नहीं कि एकाएक म‘छरों की फौज रक्त चूसने दौड़ी चली आती है।

नई सड़क की भी खुलने लगी पोल 
बारिश के पानी ने बैरियर से दातारपुर वाया कंडी नहर बनी नई सड़क के निर्माण समय हुई लापरवाहियों की पोल भी अब धीरे-धीरे खोलनी आरंभ कर दी है। बैरियर नहर पुल से चंद कदम दूर ही डंगे न होने के कारण सड़क एक तरफ से धंसनी शुरू हो गई है। समाज सेवी जगदीश चंद के घर के पास सड़क का यह क्षतिग्रस्त स्थान है। गौर से देखने पर पता चला कि इस स्थान पर सड़क के नीचे से काफी मिट्टी स्थान छोड़ चुकी है। 

नया डंगा धंसा 
बैरियर से चक्क पण्डायन तक बनने जा रही सड़क के निर्माण कार्य में भी बारिश ने अपनी मार मारी है। इस रास्ते पर मुकेरियां हाईडल पुल से करीब 150 कदम दूर कुछ दिन पहले ही सड़क की सुरक्षा के लिए एक बड़ा कंकरीट पत्थरों का डंगा निर्मित किया गया था परन्तु अब यह डंगा स्वयं सुरक्षित नहीं रह गया। भारी बारिश से सड़क के नीचे बनी पुरानी पुली धंस जाने के कारण साथ में इस डंगे में भी अब भारी दरारें आ गई हैं।

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