शिवपुरी श्मशानघाट के दान पात्र से निकला बच्चों के खेलने वाला चूरण की पुड़ियां वाली नकली नोट

punjabkesari.in Thursday, Oct 15, 2020 - 09:54 PM (IST)

होशियारपुर (अमरेन्द्र मिश्रा): कहते हैं कि जीवन एक खेल है और मृत्यु परम सत्य लेकिन समाज में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो इस परम सत्य को भी खेल में बदलने से बाज नहीं आते। आज वीरवार को दोपहर के बाद ऐसी ही एक मिसाल होशियारपुर के हरियाना रोड पर स्थित ऐतिहासिक शिवपुरी श्मशानघाट में उस समय देखने को मिला जब शवदाह गृह के बाहर लगे दान पात्र को खोला गया तो उसमें से बच्चों के खेलने वाले चूरण की पुडिय़ां से निकलने वाले चमचमाते नकली नोट मिला। शिवपुरी श्मशानघाट के दान पात्र में किसी दानी सज्जन की तरफ से इस तरह भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने की घटना से कमेटी मेंबरों के साथ साथ वहां पर उपस्थित सभी लोग दंग रह गए।

संतनगरी होशियारपुर की शिवपुरी श्मशानघाट की है विशेष पहचान
संत नगरी व छोटी काशी के नाम से जानी जाती होशियारपुर के हरियाना रोड पर स्थित शिवपुरी श्मशानघाट की पहचान पंजाब ही नहीं बल्कि पंजाब के बाहर भी अपनी खास विशेशताओं की वजह से बड़े ही सम्मान के साथ ली जाती है। श्मशानघाट में आने वाले सज्जन दानपात्र में दान के तौर पर नकदी भी डाला करते हैं। इसी नकद राशि से श्मशानघाट में विकास कार्य भई करवाए जाते हैं। वीरवार को जब कमेटी मैंबरों की उपस्थिति में दान पात्र को खोला गया और नगदी की गिनती हुई तो गिनने वालों की नजर चमचमाती हुई नोटों पर पड़ी। नोट को देखते ही गिनने वालों का उत्साह उस वक्त काफूर हो गया जब यह राज खुला कि दान पात्र में मिला यह नोट करंसी नोट नहीं बल्कि बच्चों के खेलने के लिए बने चूरण वाले नोट हैं।

भावनाओं के साथ इस तरह खिलवाड़ सही नहीं
शिवपुरी श्मशानघाट होशियारपुर के सेवादार महंत मास्टर विजय कुमार व संस्था के प्रधान अरुण कुमार गुप्ता ने बताया कि कैबिनेट मंत्री सुंदरशाम अरोड़ा के विशेष योगदान व दानी सज्जनों की सहायता से ही इस समय होशियारपुर के शिवपुरी श्मशानघाट का सुंदरीकरण का काम चल रहा है। लागत से कहीं कम कीमत पर दाह संस्कार के लिए लकड़ी का प्रबंध व लकड़ी रखने के लिए हॉल का निर्माण, अस्थि रखने के लिए विशेष स्थान, भव्य ड्योढ़ी के निर्माण का काम चल रहा है। ऐसे में किसी शरारती तत्व की तरफ से बच्चों के खेलने वाले चूरण की पुडिय़ा से निकले नकली करंसी को श्मशानघाट के दान पात्र में डालना धार्मिक भावनाओं व परंपराओं के साथ खिलवाड़ करने के समान है।

Mohit