कंडी नहर की सफाई करने व कंट्रोल रैगुलेटर वॉल बदलने की उठी मांग

punjabkesari.in Saturday, Dec 15, 2018 - 10:13 AM (IST)

हाजीपुर(सुदर्शन): अर्धपहाड़ी क्षेत्र कंडी की बंजर भूमि को सिंचाई सुविधा प्रदान करने के लिए विश्व बैंक की सहायता से 1983 में कंडी केनाल का निर्माण हुआ था। निर्माणकाल से ही विवादों में रही इस नहर की अनेक अनियमितताएं समय-समय पर सामने आती रही हैं। यहां तक कि पंजाब विधानसभा में भी अनेक बार इस नहर के मुद्दे को लेकर चर्चाएं होती रहीं। नहर के उद्गम भाग से लेकर लगभग 8 किलोमीटर तक किसी भी गांव की भूमि को सिंचाई सुविधा नहीं मिलती थी।

कुछ समय तक तो गांव गोईवाल, दमोवाल, करोड़ा, बडाला, नारनौल आदि के नहर के तटीय घरों में भारी सेम आ गई थी। बार-बार संबंधित विभाग को लिखित अनुरोध, पंचायतों के प्रस्ताव देने पर भी सेम की समस्या को दूर नहीं किया गया जिस उपरांत समूह पीड़ित गांवों की जनता ने उच्च न्यायालय में दस्तक दी तो न्यायालय के कठोर निर्देशों के चलते पंजाब सरकार के सिंचाई विभाग ने नहर के बैड की पुन: मुरम्मत की तब इस समस्या से निजात मिली।गांव सवार की सरपंच गुरबख्श कौर रघुवंशी तथा अन्य लोगों ने मांग की कि पुन: उच्चस्तरीय ढंग से सफाई करवाई जाए और उद्गम भाग के कंट्रोल रैगुलेटर वॉल तथा अन्य सभी स्थलों के 35 वर्ष पुराने उक्त तकनीकी सिस्टम को बदल कर इनका आधुनिकीकरण किया जाए क्योंकि नहर को बंद करने पर भी पानी की लीकेज होती रहती है।

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