पराली को आग न लगा मिशन तंदरु स्त पंजाब को सफल बना रहा गांव पंडोरी गंगा सिंह

punjabkesari.in Thursday, Nov 01, 2018 - 05:20 PM (IST)

होशियारपुर(जैन): गांव पंडोरी गंगा सिंह धान की पराली को आग न लगा पंजाब सरकार के मिशन तंदरु स्त पंजाब को सफल करने में अग्रणी भूमिका अदा कर रहा है। इस गांव को कृषि विज्ञान केंद्र की ओर से अडॉप्ट किया गया है और इस गांव के अग्रणी किसान धान की पराली को आग न लगा कर इसका प्रबंधन खेत में ही कर रहे हैं। गांव के किसानों की ओर से 100 एकड़ में गेहूं की सीधी बिजाई की जा रही है।

डी.सी. ईशा कालिया ने गांव के किसानों की प्रशंसा करते हुए कहा कि मिशन तंदरुस्त पंजाब के अंतर्गत वातावरण को बचाने के लिए किसानों का आगे आना मानवता के लिए अ‘छा संकेत है। उन्होंने कहा कि वातावरण की शुद्धता व जमीन की उपजाऊ शक्ति  बरकरार रखने के लिए फसलों के अवशेषों को आग न लगाना समय की जरूरत है। उन्होंने कहा कि किसान धान की पराली को आग न लगाकर इसका खेत में ही प्रबंधन करें। उन्होंने कहा कि बिना आग लगाए गेहूं की सीधी बिजाई करने के लिए आधुनिक खेती मशीनों का उपयोग किया जा सकता है और किसान इन मशीनों को किराए पर ले सकते हैं। 

उधर पंजाब कृषि विश्वविद्यालय लुधियाना के जिला स्तरीय प्रसार शिक्षा के संस्थान कृषि विज्ञान केंद्र होशियारपुर की ओर से अपनाए गांव पंडोरी गंगा सिंह संबंधी कृषि विज्ञान केंद्र के डिप्टी डायरैक्टर (ट्रेनिंग) डा. मनिन्द्र सिंह बैंस ने बताया कि धान की पराली को आग लगाने से बहुमूल्य खाद्य तत्वों का नुक्सान होता है और पराली को खेत में मिलाने से जमीन की सेहत में सुधार होता है। उन्होंने बताया कि धान की पराली जलाने से हानिकारक गैसें पैदा होती हैं और धुएं का गुुब्बार जहां वातावरण को प्रदूषित करता है वहीं मानव व पशुओं के स्वास्थ्य को भी नुक्सान पहुंचाता है। गांव के अग्रणी किसान मनजिन्द्र सिंह ने कहा कि वह अपना हैप्पी सीडर लेकर अपने व दूसरे किसानों के खेतों में हैप्पी सीडर से गेहूं की बिजाई कर रहे हैं। 

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