पावरकॉम के झटके से क्रीमीलेयर ही नहीं गरीब उपभोक्ताओं में भी बढऩे लगी है बेचैनी

punjabkesari.in Monday, Feb 24, 2020 - 09:17 AM (IST)

होशियारपुर(अमरेन्द्र): वीरवार को पंजाब सरकार की तरफ से निर्देश मिलते ही पावरकॉम ने बड़ा फैसला लेते हुए राज्य के एस.सी. व बी.सी. वर्ग में क्रीमीलेयर के लिए 200 यूनिट मुफ्त बिजली की सुविधा बंद कर दी है। जारी सर्कुलर के अनुसार पंजाब सरकार द्वारा एस.सी. व बी.सी. वर्ग के उन उपभोक्ताओं को 200 यूनिट मुफ्त बिजली की सुविधा दी जाएगी जिनका घरेलू लोड 1 किलोवाट से कम है वहीं उनका मासिक पैंशन 10 हजार रुपए से कम हो, वह आयकर के दायरे में नहीं आता हो और राज्य सरकार के सेवामुक्त कर्मचारी नहीं हो। सर्कुलर जारी होते ही पंजाब के अन्य हिस्सों की तरह होशियारपुर पावरकॉम सर्कल के अधीन 200 यूनिट मुफ्त बिजली की सुविधा का लाभ ले रहे 95000 से भी अधिक उपभोक्ताओं की बेचैनी बढऩे लगी है। 

सर्कुलर सभी सर्कल को कर दी गई है जारी
पावरकॉम मुख्यालय की तरफ से राज्य के सभी सर्कलों में जारी सर्कुलर में साफ तौर पर कहा गया है कि एस.सी., बी.सी. कैटागिरी के सभी पूर्व व मौजूदा मंत्रियों, पूर्व व मौजूदा सांसदों, विधायकों, पूर्व व मौजूदा नगर-निगमों के मेयरों और जिला पंचायतों के चेयरमैन को दी जाने वाली मुफ्त बिजली की सुविधा समाप्त कर दी है। अब इनमें किसी को भी प्रति महीना 200 यूनिट बिजली मुफ्त नहीं मिलेगी। हालांकि एस.सी., बी.सी. और गरीबी रेखा से नीचे रह रहे उन लोगों को पहले की तरह यह सुविधा मिलती रहेगी, जो इनकम टैक्स के दायरे में नहीं आते हैं।

पॉवरकाम के डायरैक्टर (कमर्शियल) ओ.पी.गर्ग के अनुसार सैके्रटरी (पावर) के आदेश के बाद यह सर्कुलर जारी किया गया है। सरकार की तरफ से जुटाए गए रिपोर्ट के अनुसार महीने की 200 यूनिट बिजली 1 किलोवाट लोड के साथ मिलती है, जो 3 पंखे, 7 ट्यूब, 1 टी.वी. और फ्रिज चलाने के लिए काफी है। इससे ज्यादा चीजों का प्रयोग होने पर ही लोड बढ़ेगा और बिल भी ज्यादा होगा। अब 1 किलोवाट पर 200 यूनिट से अधिक बिजली खपत करने वाले उपभोक्ताओं की सबसिडी बंद करने से अब इन लोगों की मुश्किलें बढऩे वाली हैं, जो इस स्कीम का गलत फायदा उठा रहे हैं।

यह थी सरकार की योजना
पंजाब में एस.सी. और बी.सी. वर्ग में आॢथक रूप से कमजोर श्रेणी के परिवारों को प्रति महीना 200 यूनिट बिजली मुफ्त मिल रही थी। यह स्कीम इसलिए शुरू की गई थी कि बी.पी.एल. लोगों को बिजली मिल सके। हुआ यह कि उन लोगों ने भी इस स्कीम का फायदा उठाना शुरू कर दिया जो अफोर्ड कर सकते थे। कायदे से यह होना चाहिए था कि बिजली खपत इन परिवारों की सालाना 2400 यूनिट होती लेकिन हो यह रहा है कि बहुत बड़ी मात्रा में लोगों का बिल 2400 यूनिट से कहीं ऊपर जा रहा था। वह ए.सी. भी चला रहे हैं और 200 यूनिट का फायदा भी उठा रहे थे लेकिन अब ऐसे लोगों पर पावरकॉम ने लगाम कसनी शुरू  कर दी है।

अब इन वर्गों को नहीं मिलेगी सबसिडी की सुविधा
पावरकॉम की तरफ से जारी सर्कुलर के अनुसार संवैधानिक पदों पर बैठे पूर्व और वर्तमान अधिकारी व नेता, पूर्व और वर्तमान मंत्री, राज्यमंत्री, सांसद, पूर्व सांसद, विधायक, पूर्व विधायक, पूर्व मेयर, वर्तमान मेयर, जिला पंचायतों के चेयरमैन आदि, राज्य सरकार व केंद्र सरकार के कर्मचारी और पैंशनर्स, ऐसे सेवानिवृत्त लोग जिनकी पैंशन 10 हजार रुपए से कम है, प्रोफेशनल, डॉक्टर, इंजीनियर, वकील, चार्टर्ड अकाऊंटैंट, आॢकटैक्ट आदि।

सबसिडी लेने के लिए देना होगा अब एफिडैविट: इंजी.खांबा
जब इस संबंध में होशियारपुर पावरकॉम सर्कल के डिप्टी चीफ इंजीनियर पी.एस. खांबा से पूछा तो उन्होंने बताया कि मुख्यालय से जारी सर्कुलर हमें मिल गई है। 200 यूनिट से अधिक बिजली खपत करने वाले क्रीमीलेयर की पहचान के लिए पावरकॉम सर्वे कर लोड जांच करेगी। सरकार द्वारा एस.सी. व बी.सी. वर्ग के उन उपभोक्ताओं को 200 यूनिट मुफ्त बिजली की सुविधा दी जाएगी, जिनका घरेलू लोड 1 किलोवाट से कम है, इसके अलावा जिन लोगों को यह सुविधा चाहिए उन्हें एक एफिडैविट भी देना होगा। इसमें यह बताना होगा कि वह एस.सी., बी.सी., बी.पी.एल. कैटागिरी के हैं और उनका मंजूरशुदा लोड 1 किलोवाट से कम है और वे आयकर के घेरे में नहीं आते। 

swetha