स्टाफ के अभाव में प्राथमिक हैल्थ सैंटर पालदी खुद हुआ बीमार

punjabkesari.in Wednesday, Jun 27, 2018 - 10:54 AM (IST)

होशियारपुर(अश्विनी): जिले का प्राथमिक हैल्थ सैंटर पालदी स्टाफ की कमी के चलते खुद ही बीमार बना हुआ है। 67 वर्ष पुराने इस प्राइमरी हैल्थ सैंटर में 3 डाक्टर तैनात हैं। इनमें से एक डाक्टर को राजनीतिक संरक्षण के चलते माहिलपुर के सरकारी अस्पताल में डैपुटेशन पर भेज दिया गया। हैल्थ सैंटर में ए.एन.एम्ज के 32 पदों में से 18 पद रिक्त पड़े हुए हैं। यहां न तो महिला रोग विशेषज्ञ डाक्टर, न ही बाल रोग विशेषज्ञ डाक्टर तैनात किए गए हैं। एक्स-रे मशीन होने के बावजूद एक्स-रे नहीं हो रहे। क्योंकि एक्स-रे आप्रेटर को किसी अन्य स्थान पर डैपुटेशन पर भेजा गया है। इसके चलते लोग प्राइवेट तौर पर एक्स-रे करवाने के लिए मजबूर होते हैं। 

बैड पर नहीं हैं चादरें
हैल्थ अभियान एन.जी.ओ. के प्रधान जय गोपाल धीमान ने बताया कि जच्चा-बच्चा वार्ड में छत पर लगे पंखे गर्मी में भी नहीं चलते। बैड पर बैडशीट्स भी उपलब्ध नहीं करवाई जातीं। लोगों को अपने घरों से ही बैडशीट्स लाकर गुजारा करना पड़ता है।  उन्होंने बताया कि पालदी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की खस्ता हालत के बारे में पंजाब राज्य मानवाधिकार आयोग के चेयरमैन को भी अवगत करवाया जा रहा है। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अगर इस स्वास्थ्य केंद्र की दशा सुधारने के लिए तत्काल कार्रवाई न की गई, डैपुटेशन पर भेजे गए डाक्टर व अन्य स्टाफ को वापस न बुलाया गया तो सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष धरना दिया जाएगा।

क्या कहती हैं सिविल सर्जन
इस संबंध में सम्पर्क करने पर सिविल सर्जन डा. रेणु सूद ने कहा कि प्राइमरी हैल्थ सैंटर पालदी के एक डाक्टर को ऊपर से डाले गए दबाव के चलते माहिलपुर भेजना पड़ा। इस डाक्टर को डैपुटेशन से वापस भी बुला लिया गया था। बाद में उन्हें ऊपर से पड़े दबाव के चलते फिर डैपुटेशन पर माहिलपुर भेज दिया गया। 

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