महिला की मौत का मामलाःपरिजनों का डाक्टरों के खिलाफ प्रदर्शन

punjabkesari.in Saturday, May 12, 2018 - 12:04 PM (IST)

होशियारपुर (अमरेन्द्र): सिविल अस्पताल होशियारपुर में 23 अप्रैल को स्वस्थ बच्चे को जन्म देने के बाद अधिक मात्रा में खून रिसने की वजह से पी.जी.आई. रैफर करने दौरान महिला सपना की हुई मौत व अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर प्रश्न-चिन्ह लगाते हुए परिजनों ने शुक्रवार दोपहर सिविल अस्पताल के सामने जोरदार रोष प्रदर्शन किया। 

 

आक्रोशित परिजन सिविल अस्पताल के मेन गेट के सामने धरना देकर आरोपी डाक्टर की बर्खास्तगी की मांग को लेकर जब रोष प्रदर्शन करने लगे तो सूचना मिलते ही थाना मॉडल टाऊन के एस.एच.ओ. इंस्पैक्टर नरेन्द्र कुमार के नेतृत्व में भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंच कर ट्रैफिक बहाल करने के प्रयास में जुट गया। पुलिस के दबाव के बावजूद परिजन इस बात पर अड़ गए कि मौके पर सिविल सर्जन या एस.एम.ओ. आकर बताएं कि आरोपी डाक्टर के खिलाफ क्या कार्रवाई हुई है, तभी वे धरना हटाएंगे। करीब 2 घंटे बाद सीनियर मैडीकल ऑफिसर डा. विनोद सरीन ने जब सोमवार तक का समय देने की बात कही तो परिजनों ने धरना उठा लिया।

 

सिविल अस्पताल के मेन गेट पर मृतका सपना पुत्री शिव कुमार निवासी तारघर वकीलां बाजार के परिजनों के साथ पहुंचे दीपक भटोआ, राजेन्द्र सिंह राणा के साथ-साथ परिजनों ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि सपना की शादी सन् 2011 में लुधियाना के रहने वाले दीपक के साथ हुई थी। सपना अपने पहले बेटे नवी को जन्म मायके होशियारपुर में देने के बाद दूसरे बच्चे की डिलीवरी के लिए 22 अप्रैल रविवार देर रात सिविल अस्पताल में दाखिल हुई थी। अगले दिन 12 बजकर 3 मिनट पर स्वस्थ बेटे को जन्म देने के बाद सपना की तबीयत बिगडनी शुरू हो गई। उसका शरीर पीला पडऩे लगा। जब तबीयत ज्यादा बिगड़ गई तो डाक्टरों ने साढ़े 3 बजे के करीब उसे पी.जी.आई. रैफर कर दिया। बार-बार कहने पर स्टाफ की तरफ से उन्हें यही बताया गया कि अस्पताल में गाइनीकॉलोजिस्ट महिला एक्सपर्ट डाक्टर नहीं है। उन्होंने पुलिस से अपील की कि आरोपी डाक्टरों व मैडीकल स्टाफ को बर्खास्त किया जाए। 
 

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