मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त

punjabkesari.in Monday, Aug 19, 2019 - 01:13 PM (IST)

होशियारपुर(जैन):  शहर में शुरू हुई मूसलाधार बारिश देर सायं तक जारी रही। लगातार घंटों तक हुई जोरदार बारिश के कारण शहर पानी-पानी हो गया। शहर के मुख्य बाजारों चौक घंटाघर, कोतवाली बाजार, रेलवे रोड, रैड रोड व बाल कृष्ण रोड आदि इलाकों में जलभराव के कारण पानी दुकानों के भीतर प्रवेश कर गया जिसके चलते दुकानदारों को परेशानी ही नहीं हुई बल्कि काफी नुक्सान भी हुआ। कोतवाली बाजार व्यापार संघ के अध्यक्ष केवल कृष्ण वर्मा के अनुसार देर सायं तक घंटाघर क्षेत्र में जलभराव के कारण बाजार में मानो ग्राहकों की नो एंट्री-सा आभास हो रहा था जिस कारण दिन भर बाजारों में मंदी छाई रही। वर्मा ने बताया कि जिन दुकानों में पानी प्रवेश कर गया वे तो दिन भर झाड़ू-पोंछा लगाने में ही व्यस्त रहे। 


मार्कीट कमेटी को करोड़ों की आमदन, सफाई के नाम पर ठेंगा: बारिश के कारण फगवाड़ा रोड स्थित सब्जी मंडी में बेहद नारकीय माहौल देखने को मिला। सब्जी मंडी आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान कुलवंत सिंह के साथ अन्य प्रमुख आढ़तियों कुलविन्द्र सिंह सचदेवा, राजेश कुमार, नरेन्द्र कुमार, आशु, मनोज तनेजा, सेठ हरि चंद, ओम प्रकाश, राज मलिक, राज मेहता, मिंटू ग्रोवर, प्रदीप ग्रोवर, जसवंत सिंह, संदीप ठाकुर, राज कुमार, सतनाम सिंह, कांति लाल, तरसेम लाल, नील व अर्पण सैनी आदि ने बताया कि मंडी में जलभराव के चलते बरसातों के दिनों में रोजाना लाखों रुपए का कारोबार चौपट होता है। मार्कीट कमेटी साल भर में 5 करोड़ रुपए से अधिक की मार्कीट फीस अर्जित करती है। इसके साथ ही मंडी की सफाई का करीब 3 लाख रुपए का वाॢषक ठेका होता है।

आढ़तियों ने कहा कि बड़े खेद की बात है कि मंडी की हालत बद से बदतर है। जगह-जगह बारिश के पानी के चलते कीचड़ के साथ गंदगी भी फैल रही है। यह बदबू कई-कई दिन जाने का नाम नहीं लेती। ऐसे हालातों में आढ़ती लोग कहां जाएं। आढ़तियों ने डी.सी. होशियारपुर से मांग की है कि वह व्यक्तिगत तौर पर दखल देकर मंडी की व्यवस्था ठीक करवाएं नहीं तो आढ़तियों को अपने हकों के लिए सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। कोर्ट परिसर में 3 फुट तक जलभराव: जिला कचहरी परिसर में आज मूसलाधार बारिश के कारण अढ़ाई से 3 फुट तक का जलभराव देखा गया जिसके चलते कोर्ट में काम के लिए आए लोगों तथा वकीलों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। कई लोग तो जलभराव के कारण बिना काम करवाए वापस जाते भी देखे गए। वकीलों का कहना है कि बार-बार गुहार लगाए जाने के बावजूद न्याय के इस मंदिर की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। 


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swetha

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