रेलगाड़ी की चपेट में आने से व्यापारी की मौत

punjabkesari.in Tuesday, Jun 19, 2018 - 07:35 AM (IST)

होशियारपुर (अमरेन्द्र): रविवार देर रात होशियारपुर-दिल्ली एक्सप्रैस की चपेट में आने से शहर के नामी व्यापारी 56 वर्षीय अशोक कुमार नाकड़ा की मौके पर ही मौत हो गई। जी.आर.पी. पुलिस चौकी के इंचार्ज ए.एस.आई. हरदीप सिंह के अनुसार शव की शिनाख्त सोमवार सुबह मृतक के परिजनों ने सिविल अस्पताल के शवगृह में शव देखकर की। घटना के संबंध में मृतक के परिजनों ने यही बताया कि रात को खाना खाने के बाद वह घर से सैर करने के लिए निकले थे। इस दौरान वह रेलगाड़ी की चपेट में आ गए जिस वजह से उनकी मौत हुई है। जी.आर.पी. चौकी ने इस मामले में धारा 174 तहत कार्रवाई कर पोस्टमार्टम के पश्चात शव परिजनों को सौंप दिया।

शिनाख्त के लिए पूरी रात पुलिस रही परेशान
सिविल अस्पताल परिसर में जी.आर.पी. पुलिस चौकी के इंचार्ज ए.एस.आई. हरदीप सिंह ने बताया कि रोजाना की तरह होशियारपुर स्टेशन से दिल्ली जाने वाली एक्सप्रैस ट्रेन रात 10 बजकर 10 मिनट पर चली। 10 मिनट बाद ही ट्रेन के गार्ड व ड्राइवर ने स्टेशन सुपरिंटैंडैंट व जी.आर.पी. चौकी को सूचना दी कि कीर्ति नगर रेलवे फाटक से पहले कोई आदमी ट्रैक पर ट्रेन के सामने आ जाने से उसकी मौत हो गई है। सूचना मिलते ही वह हवलदार सुरेन्द्र कुमार व जसविन्द्र सिंह के साथ मौके पर पहुंचे। बड़ी मुश्किल से शव के बिखरे टुकड़ों को झाडिय़ों से एकत्रित कर पंचनामा करने के पश्चात शव को सिविल अस्पताल भेज दिया गया। मृतक की जेब में सुसाइड नोट या पहचान-पत्र न मिलने से पुलिस पूरी रात शव की शिनाख्त नहीं हो पाई लेकिन सुबह मृतक के परिजनों ने शवगृह पहुंच शव की शिनाख्त अशोक कुमार नाकड़ा निवासी कच्चा टोबा के तौर पर की। मृतक अपने पीछे पत्नी व 2 बेटे छोड़ गए हैं।

घी की दुकान पर बैठते थे अशोक नाकड़ा
गौरतलब है कि बिजनैसमैन अशोक नाकड़ा का रैड रोड पर एन.आर.आई. फैशन के साथ-साथ शमां डेयरी नामक मशहूर दुकान है। स्वभाव से मिलनसार व हंसमुख प्रवृत्ति के अशोक नाकड़ा खुद डेयरी वाली दुकान पर ही बैठते थे। लोगों के अनुसार रविवार रात वह सभी से पहले की ही तरह मिल रहे थे व घर में खाना खाने के बाद सैर के लिए निकले थे। कीर्ति नगर रेल फाटक तक वह कैसे पहुंचे, इस संबंध में परिजनों को कुछ नहीं मालूम। देर रात तक घर नहीं लौटने से घर के सदस्य परेशान थे कि सुबह पता चला कि रेलवे ट्रैक पर कोई शव मिला है तो उसे देखने वे अस्पताल पहुंचे।

Anjna