मानसिक व आर्थिक मंदहाली का शिकार हैं एस.एस.ए./रमसा अध्यापक

punjabkesari.in Saturday, Sep 15, 2018 - 12:19 PM (IST)

होशियारपुर(जैन): पंजाब सरकार की अध्यापक विरोधी नीतियों का शिकार हो रहे सर्वशिक्षा अभियान व राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के अंतर्गत सेवारत अध्यापकों को पिछले 4 माह से वेतन न मिलने के कारण वे फाके काटने को मजबूर हो रहे हैं। यूनियन के प्रदेश कन्वीनर चौ. राम भजन ने कहा कि अब हालत यह हो गई है कि दुकानदार भी उधार देने को तैयार नहीं। वे परिवारों के खर्चों के अलावा बच्चों की स्कूल फीसों के लिए पैसे कहां से लाएं। 

चौ. राम भजन ने रोषपूर्वक कहा कि इस वर्ग के अध्यापक पिछले 9 साल से ठेका आधारित नौकरी कर रहे हैं लेकिन उन्हें आज तक कभी भी समय पर वेतन नसीब नहीं हुआ। कई बार वेतन जारी होते 5-6 माह भी लग जाते हैं। अब और आफत आ बनी है।  सरकार इस वर्ग के अध्यापकों के मूल वेतन पर जबरन 75 फीसदी कटौती कर रैगुलर करने की फिराक में है जो कि अध्यापकों को कदापि स्वीकार नहीं। उन्होंने सरकार से मांग की कि इस वर्ग के अध्यापकों को पूरे वेतन व सुविधाओं सहित रैगुलर किया जाए तथा रोके हुए वेतन जारी किए जाएं। इस दौरान अध्यापकों ने वेतन की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की।  

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