हलका आत्म नगर लुधियाना: कब खत्म होगा टीपी स्कीमों को ड्राप करने का इंतजार
punjabkesari.in Sunday, Dec 25, 2016 - 01:23 PM (IST)

लुधियाना: हलका आत्म नगर में एक बड़ा हिस्सा ऐसा है, जहां छोटे उद्योग लगे हुए हैं। इसी तरह घरों में दुकानें चल रही हैं लेकिन उनको यह कहकर अवैध बताया जाता है कि वो रिहायशी टी.पी. स्कीमों का हिस्सा है। हालांकि मास्टर प्लान में काफी हिस्से को मिकस लैंड यूज के तौर पर मार्क किया गया है लेकिन 7 टी.पी. स्कीमों के अधीन आते ऐसे एरिया हैं, जहां मूल डिजाइन में पार्क या सडकें दिखाई गईं जगह पर हुए निर्माणों को कब्जा बताकर कई बार गिराने की कोशिश हो रही है। जहां उद्यौगिक व कमर्शियल इकाईयों के नए निर्माण के लिए नगर निगम ने नकशा पास करने के रूप में कोई मंजूरी नहीं मिलती। हालांकि बिजली कनैकशन का लोड बढ़ाने के लिए नान डेजीगनेटिड एरिया के तौर पर प्रोवीजनल एन.ओ.सी. दी जाती है। जिसकी 2017 में खत्म हो रही सीमा को चुनाव नजदीक आने पर 5 साल के लिए बढ़ा दिया गया है। लेकिन टी.पी. स्कीमों को ड्राप करने, री मोडुलेशन या मिकस लैंड यूज एरिया में शामिल करने के मुददे पर दशकों बाद भी अमल नही हो पाया। जो काम सिर्फ जनरल हाऊस से प्रस्ताव पास करके मीटिंगें करने तक ही सीमित रहा है। जिसके तहत पब्लिक से मांगे गए एतराजों पर आगे की कार्रवाई नहीं हो रही। जिस कारण निगम का सी.एल.यू, कमपाऊंडिंग, बिल्डिंग फीस व डिवैल्पमेंट चार्जिस के रूप में बनता राजस्व तो रूका ही हुआ है। लोगों को भी अब नहीं तो कुछ साल बाद उद्यौगिक इकाईयों व कमर्शियल युनिटों को शिफट करने की चिंता सता रही है।
मुख्य मुद्दा
हलका आत्म नगर का मुखय मुद्दा अंबेदकर कालोनी का है। जो लोग जगह के अधिग्रहण से पहले के बैठे हैं और अब उनको अवैध कब्जा मानकर आए दिन बुल्डोजर चलाने का डर दिखाया जाता है। इससे राहत दिलाने के नाम पर उन लोगों से हर बार वोटें बटोरी जाती हैं लेकिन यह वायदा पूरा नही हुआ।