तेज हवा, धूल व बरसात में भी पायलट का हौसला रहा बरकरार

punjabkesari.in Thursday, May 03, 2018 - 11:40 AM (IST)

जालंधर(अमित, सलवान): दोआबा क्षेत्र के लिए वरदान के रूप में देखी जा रही आदमपुर-दिल्ली फ्लाइट को लेकर जहां लोगों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है वहीं दूसरी तरफ फ्लाइट ऑप्रेट करने वाली कंपनी स्पाइस जैट और इसके स्टाफ द्वारा भी उड़ान को पूरी तरह से कामयाब करने के लिए पूरा काोर लगाया जा रहा है। 

एयरपोर्ट शुरू होने के दूसरे दिन पूरे उत्तर भारत में बने खराब मौसम की वजह से एक समय फ्लाइट के रद्द होने का कयास लगाया जा रहा था परंतु तेका हवाओं, धूल व बरसात में भी पायलट का हौसला बरकरार रहा और केवल 45 मिनट की देरी से फ्लाइट आदमपुर एयरपोर्ट पर लैंड कर गई। स्पाइसजैट फ्लाइट नं. एस.जी.-8731 दिल्ली से दोपहर 3.30 बजे चलकर शाम को 4.45 पर आदमपुर पहुंचती है मगर बुधवार को यह फ्लाइट 5.30 बजे पहुंची। वहीं फ्लाइट नं. एस.जी.-8732 जो आदमपुर से शाम 5.05 बजे चलती है उसने शाम को लगभग 6 बजे उड़ान भरी। दूसरे दिन दिल्ली से 64 यात्री आदमपुर पहुंचे जबकि आदमपुर से दिल्ली जाने वाली फ्लाइट फुल रही। अमृतसर व चंडीगढ़ से कुछ फ्लाइटें खराब मौसम की वजह से रद्द करनी पड़ीं या अन्य गंतव्यों पर डायवर्ट करनी पड़ीं। स्पाइस जैट की फ्लाइट में 18 टूरिस्ट ऐसे भी आदमपुर पहुंचे जिनकी अमृतसर की फ्लाइट रद्द हो गई थी। वीना ट्रैवल नामक कंपनी द्वारा उक्त यात्रियों को आदमपुर से लाने के लिए विशेष बस भेजी गई थी ताकि उन्हें उनके गंतव्य तक पहुंचाया जा सके। 

एयरपोर्ट अथॉरिटी के 3 और स्पाइस जैट के 24 कर्मचारियों के हाथ है हवाई अड्डे की कमान
आदमपुर एयरपोर्ट को सुचारू ढंग से चलाने के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी के 3 अधिकारी और स्पाइस जैट के 24 कर्मचारी दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। इन 27 कर्मचारियों द्वारा दोनों फ्लाइटों का सारा काम देखा जा रहा है। आने वाले समय में अगर एयरपोर्ट से अधिक फ्लाइट्स चलाने की आवश्यकता महसूस होती है तो स्टाफ की संख्या में वृद्धि की जा सकती है।

मूलभूत सुविधाओं की कमी पूरी करने में लग सकता है थोड़ा समय
फिलहाल एयरपोर्ट के अंदर बने सिविल टर्मिनल में तो मूलभूत सुविधाएं प्रदान की गई हैं मगर यात्रियों के साथ आने वाले परिजनों व अन्य लोगों की सुविधा के लिए कोई खास प्रबंध नहीं किया गया है और इसमें समय लग सकता है। यात्रियों को लेने आने वाले लोगों के बैठने का कोई प्रबंध ही नहीं है जिस वजह से लोगों को मजबूरन सिविल टर्मिनल के बाहर बने फुटपाथ पर ही बैठना पड़ रहा है।  

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