AIIMS Result 2018 : ‘नीट की टॉपर पारूल बेरी AIR 30 लेकर फिर बनी महानगर की टॉपर’

punjabkesari.in Tuesday, Jun 19, 2018 - 08:53 AM (IST)

जालंधर (विनीत): ऑल इंडिया इंस्टीच्यूट ऑफ मैडीकल साइंस (एम्स) की ओर से वर्ष 2018 के एम.बी.बी.एस. एन्ट्रैंस एग्जाम को आज घोषित किया गया जिसके तहत अभी हाल ही में घोषित हुए नीट के रिजल्ट में टॉप करने वाली डा. प्रवीण बेरी की बेटी और सेंट जोसफ गल्र्स स्कूल की छात्रा पारूल बेरी ने इस बार फिर आल इंडिया रैंक 30 प्राप्त करके फिर से महानगर में टॉप किया, इसके अलावा सी.जे.एस. पब्लिक स्कूल के छात्र एरोन गोयल ने ऑल इंडिया रैंक 203 प्राप्त करके महानगर में दूसरा और ए.पी.जे. स्कूल, महावीर मार्ग के छात्र वासु शर्मा ने ऑल इंडिया रैंक 435 हासिल करके तीसरा और ए.पी.जे. स्कूल के ही छात्र रिद्धम मेहन्दीरत्ता ने 449वां रैंक लेकर चौथा स्थान अर्जित किया। इसके अलावा महानगर के विभिन्न स्कूलों के स्टूडैंट्स ने भी एम्स एन्ट्रैंस परीक्षा में अच्छे रैंक प्राप्त करके सफलता पाई।  

ऑनलाइन काऊंसलिंग 23 से
घोषित हुए परिणाम में इस बार जनरल कैटागरी की कटऑफ 98.8334496 रही, जबकि ओ.बी.सी. कैटागरी की कट आफ 97.0117712 और एस.सी./एस.टी. कैटागरी की कटऑफ 93.6505421 रही। इस वर्ष देश भर में से 2649 स्टूडैंट्स ने उक्त परीक्षा में क्वालीफाई किया है, पिछले वर्ष क्वालीफाई करने वाले स्टूडैंट्स की संख्या 4905 थी। एम्स प्रवेश परीक्षा के तहत नई दिल्ली, पटना, भोपाल, जोधपुर, भुवनेश्वर, ऋषिकेश, रायपुर, गुंटुर, नागपुर स्थित 9 एम्स संस्थानों में चल रहे एम.बी.बी.एस. कोर्सों में दाखिला मिलता है, इन सभी संस्थानों में इस वर्ष 807 के लगभग सीटें मौजूद हैं। सीटों के आबंटन और ऑनलाइन काऊंसलिंग की प्रक्रिया 23 जून से शुरू हो सकती है।  

‘सफलता के लिए कोई शॉर्टकट नहीं, हार्डवर्क जरूरी’ 
‘नीट की सफलता के बाद अब दोबारा से एम्स एन्ट्रैंस में भी ऑल इंडिया लैवल 30 पाना मेरे लिए बहुत खुशीभरा पल है जिसके लिए मैं ईश्वर के साथ-साथ अपने पेरैंट्स और टीचर्स की थैंकफुल हूं। सफलता पाने के लिए शार्टकट नहीं, बल्कि हार्डवर्क करना बहुत जरूरी है, इस बात का अंदाजा मुझे अपने रिजल्ट से भी लगा। मैंने कभी भी एग्जाम की तैयारी रट्टा मारकर नहीं की, बल्कि जो भी पढ़ा था, उसे एंज्वॉय करते हुए याद किया और दिमाग पर बिल्कुल भी स्ट्रैस नहीं लिया। एम्स एन्ट्रैंस एग्जाम में रिजनिंग के प्रश्न आने थे, उनकी मैंने काफी तैयारी भी की थी, इसके अलावा जनरल नॉलेज के प्रश्नों पर भी अलग से टाइम दिया था, जिसके कारण मुझे इतने अच्छे माक्र्स से सफलता मिली। एग्जाम की तैयारी करवाने में मेरे टीचर्स सौरभ सेठ (फिजिक्स), रोहित बजाज (कैमिस्ट्री), हरिन्द्र सिंह परिहार (आर्गेनिक कैमिस्ट्री), विवेक सिंह व आसिफ त्यागी (बायोलॉजी) का सबसे अहम रोल रहा है, मैं उनकी हमेशा आभारी रहूंगी। 

पापा (डा. प्रवीण बेरी) और मम्मी (डा. सीमा बेरी) के साथ ही बड़ी सिस्टर शिवांक्षी ने मुझे हमेशा मोटीवेट किया। शिवांक्षी ने एम.बी.बी.एस. कम्पलीट कर ली है, उनके दिए टिप्स ने भी मुझे काफी हैल्प की। अपने रैंक के अनुसार अब मैं एम्स, नई दिल्ली में दाखिला लेकर अपने न्यूरोलॉजिस्ट बनने के सपने को साकार करने में जुट जाऊंगी।

‘लैक्चरार पेरैंट्स का बेटा बनेगा ‘आई.ए.एस. अधिकारी’ 
‘मेरी फैमिली में ज्यादातर मैडीकल प्रोफैशन से जुड़ी होने के कारण मेरा भी इंट्रस्ट मैडीकल क्षेत्र में करियर बनाने की ओर रहा है, मामा डा. संजीव शर्मा, कजन्स भी डाक्टर और बड़ी बहन डा. ईशा शर्मा डी.एम.सी., लुधियाना से इंटर्नशिप कर रही है। पापा (सोमनाथ शर्मा) दोआबा कालेज में हिंदी विषय के और मम्मी (प्रदीप शर्मा) खालसा कालेज में मैथ्स की लैक्चरार हैं, फैमिली की ओर से कभी भी किसी अन्य विषय में करियर बनाने की ओर नहीं मोड़ा गया और मेरे मैडीकल क्षेत्र में इंट्रस्ट को देखते हुए मुझे सदैव मोटिवेट किया। नीट में मैंने ऑल इंडिया रैंक 3467 पाया था, पर मुझे एम्स के रिजल्ट से अच्छे माक्र्स की उम्मीद थी और वैसा ही हुआ। परन्तु अब मैडीकल फील्ड के साथ-साथ मैं सिविल सर्विसेज में भी भाग्य आजमाना चाहता हूं और मैडीकल के साथ-साथ आई.ए.एस. की तैयारी भी स्टार्ट कर रहा हूं। 
 

Anjna