जंडूसिंघा चौकी में विजिलेंस की रेड, सिविल वर्दी में आए मुलाजिम पर लगाए आरोप

punjabkesari.in Saturday, Nov 27, 2021 - 03:02 PM (IST)

जालंधर: विजिलैंस ब्यूरो जालंधर रेंज ने चौंकी जंडूसिंघा में रेड करके इंचार्ज सुखदेव सिंह को रिश्वत मांगने के दोष में गिरफ्तार किया है। चौकी इंचार्ज के पास से रिश्वत के पैसे बरामद नहीं हुए परन्तु उसके खिलाफ एक चालक के पास से रिश्वत मांगने के पुख्ता सबूत मिलने पर विजिलैंस ने थाना आदमपुर में ए.एस.आई. सुखदेव सिंह खिलाफ केस दर्ज करवाया, हालांकि मामला रिश्वत का होने के कारण विजिलैंस ब्यूरो में भी ए.एस.आई. खिलाफ अलग से केस दर्ज किया जाएगा।

यह भी पढ़ेंः PPCC प्रधान नवजोत सिद्धू ने सुखबीर बादल को दिया चैलेंज

एस.एस.पी. विजिलैंस डी.एस. ढिल्लों ने बताया कि मकसूदां में रहने वाले एक चालक ने उनको शिकायत दी थी, जिसका कहना था कि वह पहले नशा करता था परन्तु अढ़ाई साल से वह नशा छोड़ चुका है। पहले उसकी दवा काला बकरा से मिलती थी परन्तु आई.डी. कार्ड बनने के बाद वह किसी भी नशा छुड़ाओ केंद्र से दवा ले सकता था। चालक अब सेखों गांव से दवा ले रहा था। उसने विजीलैंस को दी शिकायत में कहा कि 10 नवंबर को जब वह दवा लेकर अपने मोटरसाइकिल पर घर लौट रहा था तो कोटला को जाती कच्ची सड़क पर सिविल वर्दी में ठहरे पुलिस मुलाजिमों ने उसे रोक लिया और जबरदस्ती मोटरसाइकिल और मोबाइल छीन कर उसे अपनी गाड़ी में बिठा कर चौंकी जंडूसिंघा ले गए। आरोप है कि वर्दी में आए एक मुलाजिम ने उसके पास से नशा मिलने की बात कही परन्तु उसने नशा छोड़ देने की बात कही तो सिविल वर्दी में आए मुलाजिम हरदीप लाल ने उसके साथ मारपीट की। मुलाजिम ने उस पर 40 ग्राम नशा डालने की बात कही। यह भी कहा कि यदि उसके खिलाफ केस दर्ज हो गया तो जमानत नहीं होगी।

यह भी पढ़ेंः CM रिहायश पर कूच दौरान सुखबीर बादल को पुलिस ने लिया हिरासत में

ड्राइवर ने कहा कि केस के नाम पर वह डर गया और बार-बार मुलाजिम हरदीप लाल को कहता रहा कि वह नशा छोड़ चुका है। हरदीप लाल ने केस से बचने के लिए उसके पास से 60 हजार की मांग की। पैसे न होने की बात कहने पर मुलाजिम हरदीप ने उसके साथ मारपीट भी की। चालक ने मार के डर से पैसों का इंतजाम करने का भरोसा दिया, जिसके बाद हरदीप लाल चौकी इंचार्ज सुखदेव सिंह के पास ले गया। सुखदेव सिंह ने चालक को 11 नवंबर को सुबह 25 हजार रुपए लाने को कहा और फिर जाकर उसे शाम 7 बजे बिना मोबाइल और मोटरसाइकिल दिए भेज दिया। चालक ने अपनी पत्नी सहित विजिलेंस जालंधर रेंज में आकर इस संबंधी शिकायत दी। चालक की तरफ से दिए सबूत पुख्ता थे परन्तु वह रिश्वत के 25 हजार रुपए देने से असमर्थ था। ऐसे में डी.एस.पी. विजिलैंस दलबीर सिंह ने अपनी टीम और सरकारी गवाहों सहित चौकी जंडूसिंघा में चैकिंग के लिए रेड की। चौकी में से चालक का मोटरसाइकिल बरामद हो गया।

यह भी पढ़ेंः मांगों को लेकर टावर पर चढ़ा बेरोजगार अध्यापक, सरकार पर बरसे सुखबीर बादल

 

इस दौरान चौंकी इंचार्ज सुखदेव सिंह के पास से जब मोबाइल बारे पूछा गया तो वह भी बरामद हो गया। विजिलैंस की टीम ने जब मोबाइल और मोटरसाइकिल रखने का कारण पूछा तो चौकी इंचार्ज ने 2 नशों की पुड़ियां दिखाते हुए कहा कि चालक के पास से यह मिली थीं। पुड़ियां दिखा कर चौकी इंचार्ज खुद ही फंस गया और जब विजिलैंस ने नशा बरामद होने के बावजूद चालक को छोड़ने का कारण पूछा तो इंचार्ज कोई पक्ष न रख सका। ऐसे में विजीलैंस की टीम ने थाना आदमपुर के इंचार्ज इंस. हरजिन्दर सिंह को बुलाया और नशे की पुड़ियां उनके हवाले कर दीं। एस.एस.पी. ढिल्लों ने कहा कि चौकी इंचार्ज ने रिश्वत लेने के लिए चालक का मोटरसाइकिल और मोबाइल अपने कब्जे में रखा हुआ था। ऐसे में थाना आदमपुर में चौकी इंचार्ज सुखदेव सिंह खिलाफ एफ.आई.आर. नंबर 173, 21 एन.डी.पी.एस. एक्ट 1985 दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। एस.एस.पी. विजिलैंस ने कहा कि यह मामला रिश्वत के साथ जुड़ा है। इसलिए ए.एस.आई. सुखदेव सिंह खिलाफ विजिलैंस में भी जल्द केस दर्ज किया जाएगा। 

अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here

पंजाब की खबरें Instagram पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here

अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here

News Editor

Urmila