आर्मी हैड कांस्टेबल की पत्नी की इलाज दौरान मौत

punjabkesari.in Sunday, May 27, 2018 - 10:34 AM (IST)

जालंधर (मृदुल): जालंधर-पठानकोट बाईपास के पास स्थित एक निजी अस्पताल में उस समय हंगामा हो गया जब एक आर्मी हैड कांस्टेबल की पत्नी की इलाज के दौरान संदिग्ध हालात में मौत हो गई। हालांकि परिवार का आरोप है कि अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के कारण महिला की मौत हुई है, जबकि अस्पताल प्रबंधन ने आरोपों को सिरे से नकारा है। पीड़ित परमजीत सिंह ने बताया कि वह खुद पिछले 14 साल से लंदन में रह रहे हैं व एक हफ्ते पहले ही लंदन से आए थे, यहां आकर मां सिमर कौर पत्नी विशम्बर सिंह की तबीयत थोड़ी खराब थी व सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। वह आज दोपहर करीब 1.30 बजे के करीब उन्हें पठानकोट बाईपास स्थित एक अस्पताल में ले गए, क्योंकि पिता आर्मी में होने के चलते वह ई.सी.एच.एस. के तहत इलाज कराना चाहते थे।

अस्पताल प्रशासन ने उनसे पहले कहा कि मरीज बिल्कुल ठीक है, दिल की एक नाड़ी थोड़ी ब्लॉक है, जिसको लेकर एंजियोग्राफी करना जरूरी है। एंजियोग्राफी करने के दौरान उनकी मां की तबीयत ठीक थी और वह आराम से जूस पी रही थी। फिर डाक्टरों ने यह कहा कि उन्हें सिर्फ 15 मिनट के इलाज के लिए लेकर जाना है। बाद में अचानक एक डाक्टर आई.सी.यू. से घबराहट में बाहर आया और कहने लगा कि आप कागजात पर साइन कीजिए, क्योंकि आपकी मां काफी सीरियस है।

इलाज के दौरान डाक्टर से अचानक उनके दिल की नस कट गई है व काफी खून बह गया है। करीब 10 मिनट बाद ही उनकी मां की मौत हो गई। जब उन्होंने अस्पताल के खिलाफ रोष जताया तो अस्पताल के बाऊंसरों ने उनके साथ हाथापाई की और उनके कपड़े फाड़ दिए। थाना मकसूदां की पुलिस को सूचित करने के बाद पुलिस ने मौके पर आकर जांच शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि पहले भी 2 बार इसी तरह आर्मी अफसरों के परिजनों की इस अस्पताल के डाक्टरों की लापरवाही से मौत हो चुकी है जिसकी गवाह थाना मकसूदां पुलिस है। तब अस्पताल प्रशासन ने रौब दिखाकर मामला मैनेज कर लिया था।

Anjna