आशुतोष महाराज मामले में दुविधा में फंसी पंजाब सरकार,हाईकोर्ट का सख्त फैसला

punjabkesari.in Tuesday, Aug 02, 2016 - 03:01 PM (IST)

चंडीगढ़ःपंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने आशुतोष महाराज के अंतिम संस्कार मामले को लेकर पंजाब सरकार से अपनी स्टैंड स्पष्ट करने के लिए कहा है। कोर्ट ने कहा है कि अगर सरकार अपना स्टैंड  स्पष्ट नहीं करती तो अगली सुनवाई पर हाई कोर्ट अंतिम फैसला ले सकती है।मामले की अगली सुनवाई 16 सितम्बर को होगी ।

दरअसल आशुतोष महाराज को चिकित्सकों ने 29 जनवरी 2014 को मृत घोषित कर दिया था।इसके बाद से पंजाब के नूरमहल स्थित दिव्य ज्योति जागृति संस्थान में उनका मृत शरीर एक कमरे में फ्रीजर में रखा हुआ है।उनके भक्तों का मानना है कि उनके गुरु गहन समाधि में हैं और वो जरूर जाग जाएंगे। इस मामले में महाराज के ड्राइवर पूर्ण सिंह ने कोर्ट में रिट लगाई थी कि महाराज की डेथ हो चुकी है, लेकिन आश्रम के प्रबंधक महाराज को समाधि में बता रहे हैं।

उसने अपनी याचिका में कहा था कि गद्दी और 1 हजार करोड़ की जायदाद की वजह से उनके मृत शरीर की बेअदबी हो रही है।ये ड्राइवर 1988 से 1992 तक महाराज का ड्राइवर रहा है। बाद में इसका महाराज से भरोसा टूट गया था और ये अलग हो गया था। उसके बाद महाराज के बेटे होने का दावा करने वाले दिलीप झा ने भी आवेदन लगाकर खुद को महाराज का वारिस बनाने और अंतिम संस्कार करने की मांग की थी, जिस पर सुनवाई जारी है।


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