अश्विनी गोल्डी मामले में नया खुलासाः दुकानदार को ब्लैकमेल करके ठगे थे 2.20 लाख

punjabkesari.in Monday, Jul 22, 2019 - 08:58 AM (IST)

भोगपुर(सूरी): भाजपा से निलंबित किए अश्वनी गोल्डी और उसके गिरोह की तरफ से लोगों को प्रेम जाल में फंसाकर ब्लैकमेल करके लाखों रुपए ऐंठने के मामले में नया खुलासा हुआ है। इसमें भोगपुर के एक दुकानदार से 2 लाख 20 हजार रुपए ठगने का मामला सामने आया है। इस संबंध में भोगपुर के उक्त दुकानदार ने थाना भोगपुर में एक शिकायत दी है जिसमें उसने बताया है कि एक माह पहले उससे एक औरत ने मोबाइल फोन पर काल करके बातचीत करनी शुरू की।  उसने अपना नाम डिंपल बताया था। वह दुकानदार के साथ की बातों की मोबाइल में रिकार्डिंग करती रही। गत 25 जून को डिंपल और प्रीति भोगपुर में दुकानदार के पास पहुंच गईं। 

उन्होंने कई घंटे दुकानदार को बातों में उलझाकर रखा और फिर उसे जहरीला स्प्रे करके बेहोश कर दिया तथा उसकी पैंट उतार कर वीडियो बना ली। इसके बाद ब्लैकमेलिग शुरू हो गई। एक दिन अश्वनी गोल्डी गिरोह के मैंबर गंगा, नेहा, अश्वनी राजू व एक अन्य दुकान में पहुंचे और वीडियो वायरल करने की धमकी देने लगे। इस पर पीड़ित ने साथी दुकानदारों के साथ अश्वनी गोल्डी के साथ वीडियो डिलीट करने के लिए बातचीत की और उसने इस एवज में उससे 5 लाख रुपए की मांग की। उसने कहा कि अगर पैसे नहीं दिए तो इसे वायरल कर देंगे। अंत में दुकानदार ने इस मामले में राजीनामा कर 2 लाख 20 हजार रुपए देकर जान छुड़ाई थी। 

पीड़ित दुकानदार ने कहा कि अश्वनी गोल्डी व उसके साथियों ने यह रकम लेने के बाद एक इकरारनामा भी लिखकर दिया कि उनका दुकानदार के साथ झगड़े से संबंधित राजीनामा हो गया है। इस दुकानदार ने इस गिरोह का पर्दाफाश होने के बाद अब शिकायत थाना भोगपुर में दी है। वहीं थाना प्रमुख गुरविंदर सिंह नागरा ने कहा है कि दुकानदार की तरफ से दी गई शिकायत की जांच जारी है और जल्द ही गिरोह के सदस्यों पर मामला दर्ज किया जाएगा।

रुतबा बढ़ाने के लिए अश्विनी लेता था संघ नेताओं की शरण!
जालंधर (मृदुल) : बीते दिनों पूर्व भाजपा नेता अश्विनी गोल्डी पर पैसे वाले लोगों को घर बुलाकर उनके खिलाफ छेड़छाड़ का केस दर्ज कराने की धमकी देकर बलैकमेल करने के मामले में पुलिस जांच में कई अहम खुलासे हो रहे हैं। पुलिस को पता चला है कि अश्विनी गोल्डी, कांग्रेसी नेता अश्विनी राजू व अन्यों ने मिलकर शहर के एक डॉक्टर से भी लाखों रुपए की ठगी मारी थी। हालांकि उक्त डॉक्टर ने अभी पुलिस के पास शिकायत नहीं दी है, क्योंकि कुछ लोग जो इस गैंग के शिकार हुए हैं, वे अब दबी जुबान में चर्चाएं तो कर रहे हैं, मगर कोई भी अपनी इज्जत बचाने के लिए पुलिस के पास सामने नहीं आ रहा। 

वहीं आरोपी गोल्डी शहर में अपने रुतवे को बढ़ाने के लिए  दा डर्टी प्लान के तहत आर.एस.एस. के कई नेताओं की शरण में जाता था। संघ की गतिविधियों में एक्टिव होने के चलते उसे अहम ओहदे भी दिए गए । वहीं सूत्रों की मानें तो वह केस से बचने के लिए संघ नेताओं की शरण में जा रहा है पर उसे कोई मदद नहीं मिल रही। सूत्रों की मानें तो पूर्व भाजपा नेता गोल्डी शातिर था और उसने शहर में अपनी पैठ बनाने के लिए भाजपा को ज्वाइन किया ताकि उस पर कोई उंगली न उठा सके। वहीं उसकी कई उच्चाधिकारियों के साथ नजदीकियां थी। अगर वह किसी भी मामले में फंसे तो उसे पुलिस व प्रशासन से छुड़ाने में भाजपा या संघ का शैल्टर मिल सके। 

भाजपा के एक पूर्व प्रधान का भी खासमखास था गोल्डी
सूत्रों की मानें तो आरोपी गोल्डी भाजपा के एक पूर्व प्रधान का भी खासमखास रहा है, जिसके बल पर वह केंद्र सरकार में बैठे नेताओं व मंत्रियों के साथ अपनी नजदीकियां बढ़ा सके। उक्त प्रधान के मार्फत ही वह शहर में अपने कई काम और राजीनामे भी करवाता था। वहीं संघ नेताओं से करीबी के कारण उसे पार्षद के चुनावों में टिकट मिली थी।

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