हैनरी के हलके में भंडारी को मिली पटखनी; पारस और तोता पर दर्ज लूट का केस होगा रद्द

punjabkesari.in Friday, Apr 20, 2018 - 10:12 AM (IST)

जालंधर(मृदुल): ढन्न मोहल्ला के पास 14 अप्रैल की रात 11 बजे कांग्रेसी विधायक अवतार सिंह हैनरी के करीबियों द्वारा कथित रूप से पूर्व भाजपा विधायक के.डी. भंडारी के करीबी संतोखपुरा निवासी जय महेंदू्र पर हमला कर उसका लाइसैंसी रिवॉल्वर कथित रूप से छीनकर फरार होने के मामले में उस समय नया मोड़ आ गया जब केस में पीड़ित जय महेंद्रू की कहानी पुलिस जांच में झूठी निकली। 

इस पर पुलिस ने जय महेंद्रू के बयानों पर दर्ज किया मुकद्दमा रद्द कर दिया। इस बात की पुष्टि केस की जांच कर रहे ए.सी.पी. नॉर्थ नवनीत सिंह माहल ने की है। जांच में जय महेंद्रू की एक वीडियो भी सामने आई है, जिसमें वह अपनी 32 बोर की लाइसैंसी रिवॉल्वर कहीं गिरे होने की बात कर रहा है। इसके बिनाह पर पुलिस ने सी.पी. से जय पर धारा-182 (पुलिस को गुमराह) के तहत केस दर्ज करने की भी सिफारिश की है। मामला रद्द होने से भंडारी को झटका लगा है।ए.सी.पी. नॉर्थ नवनीत सिंह माहल ने बताया कि मामले की जांच दौरान जब जय महेंद्रू की कॉल लोकेशन निकाली गई तो वह उसके बयानों से मैच नहीं हुई। जय महेंद्रू ने अपने बयानों में कहा था कि 14 अप्रैल की रात करीब 10.30 बजे कल्याण कम्प्यूटर नामक दुकान के पास अपने दोस्त जतिंद्र सेखड़ी और जतिंद्र चोपड़ा के पास गया तो वहां पास ही खड़े पारस और तोता के साथ बहस हो गई। इस दौरान पारस व तोता की तरफ से पीटा गया। वहीं जांच में जय महेंद्रू ने खुद माना कि उसने सारा केस प्लांट करवाया है और उसके द्वारा लगाए गए सभी आरोप झूठे हैं। 

पारस बोला-मैं तो पहले ही कह रहा था कि सभी आरोप बेबुनियाद हैं
जब केस में नामजद आरोपी पारस से बात की गई तो वह बोला कि वह तो पहले ही कह रहा था कि उन पर लगे सभी आरोप बेबुनियाद हैं। जय ही सारे मसले को पॉलीटिकल रंगत दे रहा था। जय ने ही घटना वाले दिन इतनी शराब पी थी कि उसने अपना होश खोकर उसके व तोता के साथ बहसबाजी शुरू की थी। इस बात के गवाह वहां पर मौजूद करीब 10 लोग हैं जिन्होंने पुलिस जांच में सारी सच्चाई बताई है। वहीं महेंद्रू की ओर से लगाए गए शराब तस्करी के आरोप भी बेबुनियाद हैं क्योंकि उसके पिता एक वक्त पर शहर के शराब ठेकों के इंचार्ज हुआ करते थे। उन पर कोई केस दर्ज नहीं है। 

तोता बोला-वह तो प्रवीण से उधार दिए गए पैसे लेने के लिए गया था
शिवम चौहान तोता ने कहा कि वह प्रवीण फौजी से फाइनांस पर दिए गए पैसों का ब्याज लेने के लिए गया था। जब उसने प्रवीण से पैसे मांगे तो उसने कहा कि उसने जय और सेखड़ी से 1500 रुपए लेने हैं। उनसे पैसे लेकर ही उसे 1,000 रुपए देगा। उसने आरोप लगाया कि पूर्व भाजपा विधायक भंडारी ने भाजपा सरकार के वक्त पर उस पर झूठे केस डलवाए हैं। इसी बात का फायदा उठा कर जय महेंद्रू ने उस रात को उसे देख कर ललकारे मारने शुरू कर दिए थे और कहा था कि पहले भी तुम पर केस दर्ज करवा चुका हूं और इस बार भी करवाकर ही रहूंगा। इतने में जय ने उसके साथ हाथापाई करनी शुरू कर दी। लोगों द्वारा छुड़वाने के बाद वह और पारस वहां से चले गए थे। उनके जाने के बाद ही जय ने अपनी लाइसैंसी रिवॉल्वर लूटे जाने का ड्रामा रचा। जब वह दोबारा इस बात का पता लगने पर उसी जगह पहुंचे तो उन्होंने उसकी वीडियो भी बनाई, जिसमें जय ने शराब के नशे में कबूला कि उसकी रिवॉल्वर कहीं गिरी है, न कि किसी ने छीनी है। 

 

जय 7.55 के बाद कल्याण कम्प्यूटर शॉप के पास पहुंच गया था, न की 10.30 बजे आया था 
ए.सी.पी. ने बताया कि जय ने अपने बयान में यह कहा था कि वह 14 अप्रैल की रात को करीब 10.&0 बजे कल्याण कम्प्यूटर के पास पहुंचा था, जिसके बाद जब कॉल डिटेल और लोकेशन चैक की गई तो पाया गया कि जय महेंद्रू की मोबाइल लोकेशन उस रात 7.55 मिनट के बाद कहीं बदली ही नहीं। इतना ही नहीं यह लोकेशन करीब देर रात 11.45 बजे तक वहीं दिखाई दे रही थी।  वहीं दूसरी ओर पारस और तोता की लोकेशन कल्याण कम्प्यूटर के पास करीब 10.15 बजे पहुंचने की थी। इसके बाद 10.&0 बजे वे वहां से निकल गए थे। 

 

लोकतंत्र का हुआ कत्ल, आका को खुश करने के लिए ACP माहल ने 24 घंटे में ही जांच निपटा दी : भंडारी
मसले में भाजपा के पूर्व विधायक के.डी. भंडारी ने ए.सी.पी. नॉर्थ नवनीत सिंह माहल पर तीखे आरोप लगाए कि उन्होंने ए.सी.पी. माहल को जो शिकायतें दी हैं, वह तो पिछले 8 महीने से पैंङ्क्षडग चल रही हैं। अब एक तो वारदात 14 अप्रैल को हुई और पुलिस ने केस 17 अप्रैल को रजिस्टर किया। & दिन पुलिस क्या करती रही। अब पुलिस ने उन गवाहों के बयान लिए, जोकि वहां के दुकानदार हैं। रात 10 बजे तो वहां पर दुकानें बंद हो जाती हैं, तो पुलिस ने इन गवाहों को कहां से ले आई। अगर जय गलत है तो पुलिस उस पर कार्रवाई करे, मगर पुलिस निष्पक्ष जांच तो करे। अगर पुलिस निष्पक्ष जांच नहीं करेगी तो वह डी.जी.पी. के पास जाएंगे, अगर डी.जी.पी. ने भी कोई इंसाफ न किया तो वह अदालत तक जाएंगे क्योंकि मुख्य सवाल तो यह है कि वैपन कहां गया। वह चाहते हैं कि तोता और पारस जैसे युवक आने वाले गैंगस्टर न बनें। 

भंडारी की ओर से विधायक हैनरी पर लगाए आरोपों के बारे जब उनसे बात करनी चाही तो उन्होंने फोन बंद रखा
इस केस में तथाकथित तौर पर जब एक राजनीतिक मोड़ आने के चलते एफ.आई.आर. रद्द करने की ए.सी.पी. माहल ने सिफारिश की तो भंडारी ने हैनरी पर राजनीतिक रंजिश रखने के आरोप लगाए। जब इस संबंध में विधायक हैनरी का पक्ष जानने के लिए उन्हें फोन किया तो उनका फोन बंद आया, जिसको लेकर राजनीतिक गलियारों में काफी चर्चा का विषय बन चुका है। वहीं दूसरी ओर सूत्रों की मानें तो तथाकथित तौर पर विधायक हैनरी के करीबी बताए जाते पारस ने 14 अप्रैल की रात को जय महेंद्रू की शराब के नशे में बनाई गई 46 सैकेंड की वीडियो फेसबुक पर शेयर कर भंडारी और जय पर तीखे तंज कसे हैं। इस वीडियो में जय अपनी रिवाल्वर छीने जाने की बात को दरकिनार कर रहा है जबकि वीडियो में वह रिवाल्वर कहीं गिर जाने का जिक्र कर रहा है।

Vatika