भाजपा अध्यक्ष ने दिए साफ संकेत, भगत ही होंगे वैस्ट हलके के सरदार

punjabkesari.in Tuesday, May 22, 2018 - 10:44 AM (IST)

जालंधर(रविंदर): प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के पद पर श्वेत मलिक के काबिज होते ही प्रदेश भर में भाजपा के भीतर कई तरह के समीकरण बदल गए हैं। एक तो जहां-जहां गुटबाजी चरम पर थी वह ठंडी पड़ती दिखाई दे रही है तो दूसरा मजबूत नेताओं को उनकी अहमियत दोबारा मिलने लगी है। 

विजय सांपला के प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठते ही जालंधर वैस्ट हलके में कुर्सी की लड़ाई चरम पर पहुंच गई थी। सांपला खेमे के कई खासमखास खुद वैस्ट हलके से सीट के दावेदार बन गए थे और कई नेताओं ने तो टिकट के लिए अप्लाई भी किया था मगर हाईकमान ने एक बार फिर हलके में पैठ रखने वाले भगत परिवार के मोहिंद्र भगत पर ही विश्वास जताया था। हालांकि मोङ्क्षहद्र भगत 2017 में यह सीट हार गए थे। उनके हारने के बाद 2022 के लिए सांपला खेमे के कई नेताओं ने अपनी दावेदारी मजबूत करनी शुरू कर दी थी, मगर विजय सांपला के प्रदेश अध्यक्ष पद से जाते ही और श्वेत मलिक के प्रदेश अध्यक्ष बनते ही वैस्ट हलके के सभी समीकरण बदलने लगे हैं। 

भगत को अहम जिम्मेदारी सौंपते हुए श्वेत मलिक ने उन्हें अपनी टीम में बतौर प्रदेश उपाध्यक्ष नियुक्त कर लिया। उनको यह अहम जिम्मेदारी सौंपते हुए श्वेत मलिक ने साफ संकेत दे दिया कि आने वाले समय में भी वैस्ट हलके के सरदार मोङ्क्षहद्र भगत ही होंगे। नए प्रदेश अध्यक्ष के इस फैसले से सांपला गुट के कई नेताओं के अरमानों पर पानी फिर गया है। मोङ्क्षहद्र भगत के प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष बनते ही शहर के समीकरण भी बदलने लगे हैं, अब भाजपा नेताओं का जमावड़ा मनोरंजन कालिया व के.डी. भंडारी से सिमट कर भगत के घर जुटने लगा है। भगत के दोबारा मजबूत होते ही सांपला गुट के नेता अब मैदान से गायब नजर आ रहे हैं। 

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