यूनाइटेड अकाली दल का दिल्ली में मुख्य चुनाव कमीशन दफ्तर के सामने 12 को धरने का ऐलान

punjabkesari.in Tuesday, Apr 09, 2019 - 01:57 PM (IST)

जालंधर(चावला): यूनाइटेड अकाली दल ने दिल्ली में स्थित मुख्य चुनाव कमीशन के दफ्तर के सामने 12 अप्रैल को धरना देकर रोष प्रदर्शन करने का ऐलान करते हुए कहा है कि लोकसभा चुनाव के दौरान पंजाब भर में जब शिरोमणि अकाली दल और भाजपा के उम्मीदवार अपने नामजदगी पत्र दाखिल करेंगे तब उनका काली झंडियां दिखाकर विरोध किया जाएगा। 

वर्णनयोग्य है कि जांच के संबंध में एक इंटरव्यू को आधार बनाकर चुनाव कमीशन को शिरोमणि अकाली दल द्वारा चुनाव उल्लंघन की शिकायत की गई थी जिसका सख्त नोटिस लेते हुए चुनाव कमीशन ने आई.जी. कुंवर विजय प्रताप सिंह को सिट के पद से हटा दिया था जिसको लेकर सिख जत्थेबंदियों में भारी रोष पाया जा रहा है। आज यहां प्रैस कांफ्रैंस दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए यूनाइटेड अकाली दल के प्रधान भाई मोहकम सिंह ने बहबल कलां में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की हुई बेअदबी के रोष स्वरूप शांतमयी ढंग से प्रदर्शन कर रहे निहत्थे सिखों पर गोली चलाने की घटित हुई घटना की जांच कर रही एस.आई.टी. के प्रमुख व सीनियर पुलिस अधिकारी कुंवर विजय प्रताप सिंह को चुनाव कमीशन द्वारा सिट के पद से हटाने के फैसले को राजनीति से प्रेरित करार दिया। 

उन्होंने कहा कि सिट की जांच दौरान बेअदबी की घटनाओं के मुख्य दोषियों को कानून के शिकंजे में लेने की आशा जागी थी परन्तु चुनाव कमीशन  राजनीतिक  पाॢटयों  के दबाव में आकर सिखों की भावना के साथ जुड़े हुए मामले की जांच कर  रहे  आई.जी.  कुंवर  विजय  प्रताप सिंह को सिट के पद से हटाकर कानून के रास्ते को बंद करने की कोशिश की गई है। उन्होंने कहा कि वह एक गैर-सिख ईमानदार अफसर हैं। सिट का नेतृत्व करते हुए  जांच को सही दिशा की ओर लेकर जा रहे थे। असल दोषियों को बचाने के लिए केंद्र सरकार की सहमति से उन्हें बदला गया है। उन्होंने कहा कि संवैधानिक पदों पर तैनात अधिकारियों द्वारा राजनीति से प्रेरित फैसले लेना निंदनीय है। उन्होंने चुनाव कमीशन के फैसले को इंसाफ का गला घोंटने वाली बात करार देते हुए कहा कि यह एक सोची-समझी  साजिश  है।  दोषियों को बचाने के लिए यह कार्रवाई की गई है। उन्होंने चुनाव कमीशन से मांग की कि वह अपना फैसला  वापस ले नहीं  तो  जनता  का  कानून से विश्वास उठ जाएगा। इस मौके पर सतनाम सिंह मनावा, भाई बलवंत सिंह गोपाला, वस्सन सिंह जफरवाल, एडवोकेट बलवीर सिंह चीमा, जसवंत सिंह पक्खोके, जसबीर सिंह जस्सा आदि हाजिर थे। 

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