भारत बंद से 300 करोड़ का नुक्सान
punjabkesari.in Tuesday, Apr 03, 2018 - 07:21 AM (IST)
जालंधर (रविंदर/ अमित): एस.सी./एस.टी. एक्ट को लेकर सुप्रीम कोर्ट के आए फैसले के बाद सोमवार को दी गई भारत बंद की काल जालंधर में पूरी तरह सफल रही। लगभग सभी बाजार व दुकानें बंद रहीं। लोगों में पूरी तरह से दहशत का माहौल रहा और लोग अपने घरों में दुबके रहे। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर प्रदर्शनकारियों का कब्जा रहा। इक्का-दुक्का स्थानों पर छुटपुट हिंसा हुई, मगर अधिकतर तौर पर बंद शांतपूर्ण रहा। ट्रेन व बस आवाजाही पूरी तरह से बंद रही और जनता पूरी तरह से परेशान रही। भारत बंद की काल को लेकर जालंधर में सारा दिन माहौल गर्माया रहा और सारा दिन लोगों में डर की भावना देखने को मिली। ज्यादातर लोग अपने घरों से बाहर ही नहीं निकले और छुट्टी के चलते घर में बैठकर ही समय व्यतीत किया। कई लोगों ने जहां सारा दिन मस्ती करके बंद का फायदा उठाया वहीं दूसरी ओर कइयों को भारी आर्थिक नुक्सान भी उठाना पड़ा। बंद के कारण जिले में लगभग 300 करोड़ रुपए का नुक्सान हुआ।
गुस्साए लोगों ने दुकानें, पैट्रोल पंप, मैडीकल शॉप करवाई बंद
बंद का समर्थन करने वाले लोगों ने सुबह ही लोगों की दुकानें बंद करवानी शुरू कर दीं। कई लोगों ने इसका विरोध किया मगर मौके की नजाकत को देखते हुए दुकानदारों ने दुकानें बंद कर दीं। मैडीकल की खुली दुकानों और पैट्रोल पंपों को बंद करवा वहां पुतले फूंके गए। प्रदर्शनकारियों ने सब्जी मंडी के रास्ते में पड़ती गऊशाला को भी बंद करवाया गया।
प्राइवेट नौकरी एवं अस्पतालों पर जाने वाले लोगों को हुई परेशानी
प्राइवेट नौकरी एवं अस्पताल में काम पर जाने वाली महिलाओं और पुरुषों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। औरतें जहां डर-डर कर काम पर निकलीं और ड्यूटी में काफी लेट पहुंचीं जिससे उनका बहुत नुक्सान हुआ। लोगों की भीड़ को देखते हुए कई महिलाएं माहौल बिगडऩे के डर सें आधे रास्ते से ही वापस चली गईं।
बच्चों ने खेली क्रिकेट और उठाया लुत्फ
बंद के दौरान नौजवानों और बच्चों ने खाली पड़ी सड़कों व चौराहों में खुलकर क्रिकेट खेली और भरपूर मनोरंजन किया। बच्चों और नौजवानों ने बताया कि छुट्टी का फायदा उठाते हुए उन्होंने कई मैच लगाए तथा काफी दिनों बाद रिलैक्स महसूस किया। क्रिकेट के दौरान पुराने साथियों ने आपस में विचार-विमर्श भी किया।
शराबियों को हुई खासी परेशानी
बंद के चलते शहर में शराबियों को खासी परेशानी उठानी पड़ी। शराब की बोतलों को खरीदकर अपना नशा पूरा करने के चक्कर में बहुत से शराबी सारा दिन ठेके और गलियों में घूमते रहे। ठेके बंद होने के कारण कइयों को मायूसी का सामना करना पड़ा, मगर कुछ शराबियों ने जुगाड़ लगाकर अपना कोटा किसी तरह से पूरा कर लिया और जमकर शराब पी। ज्यादातर शराबियों ने शराब न मिलने के चक्कर में मोदी सरकार को कोसा और सरेआम सड़कों पर खुलकर हंगामा किया।