किशनलाल की घर वापसी का मामला भाजपा के गले की बना फांस

punjabkesari.in Wednesday, Jan 16, 2019 - 10:31 AM (IST)

जालंधर(चोपड़ा): किशनलाल शर्मा को भाजपा ज्वाइन करवाने का मामला पार्टी हाईकमान के गले की फांस बनता जा रहा है और किशनलाल के विरोधी पूर्व सी.पी.एस. के.डी. भंडारी चुप बैठने वाले नहीं हैं और न ही इस मामले को ठंडे बस्ते में डालने के मूड में है।

जिला प्रधान को किशनलाल की ज्वाइनिंग पर विरोध दर्ज करवाने के उपरांत भंडारी ने अब एक कदम और आगे बढ़ाते हुए भाजपा के प्रदेश प्रधान श्वेत मलिक से मिलकर 2017 के विधानसभा चुनावों में किशनलाल द्वारा कांग्रेस उम्मीदवारों के समर्थन में की गई मीटिंगों व पार्टी उम्मीदवारों की खुलेआम की गई विरोधता से संबंधित कई वीडियो क्लिप दिखाए।
इसके अलावा किशनलाल का मामला दिल्ली दरबार तक भी जा पहुंचा है और कुछ अन्य स्थानीय नेताओं ने सीनियर नेताओं से इस मामले में हस्तक्षेपकरने की मांग की है ताकि पार्टी की गरिमा को बरकरार रखा जा सके। अब अगले दिनों में पार्टी किशनलाल की वापसी के बाद हुए बवाल पर कोई भी निर्णायक फैसला ले सकती है। 

भंडारी की शिकायत को प्रदेश प्रधान तक पहुंचा दिया था : रमन पब्बी 
जिला भाजपा के प्रधान रमन पब्बी का इस विवाद पर कहना है कि किशनलाल शर्मा के भाजपा में पुन: शामिल होने के बाद पूर्व विधायक के.डी. भंडारी की शिकायत को प्रदेश प्रधान श्वेत मलिक तक पहुंचा दिया था। अब इस मामले में कोई भी फैसला लेना उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं है। 

भंडारी ने किसी भी टिप्पणी से किया इंकार 
इस संदर्भ में के.डी. भंडारी ने बताया कि उन्होंने अपनी बात प्रदेश प्रधान श्वेत मलिक के समक्ष रख दी है। उन्होंने मीडिया से इस मामले पर कोई भी टिप्पणी करने से इंकार किया है, परंतु भाजपा गलियारों में खासी चर्चा है कि अपने सम्मान व प्रतिष्ठा की खातिर भंडारी आज भी अपनी बात पर कायम हैं कि किशनलाल ने उन पर जो भी आरोप लगाए हैं या तो उन्हें साबित करें अन्यथा वह अपने कथनों को गलत मानते हुए सार्वजनिक तौर पर अपने किए की माफी मांगें। 

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