पंजाब से दिल्ली जाने के लिए नहीं बदलनी पड़ेगी बस, दिल्ली के लिए शुरू हुई बसें लेकिन...

punjabkesari.in Saturday, Jan 23, 2021 - 04:49 PM (IST)

जालंधर(पुनीत): पिछले लगभग 60 दिनों से दिल्ली बार्डर पर डटे किसानों के संघर्ष के चलते पंजाब रोडवेज द्वारा दिल्ली के लिए बंद किए गए बसों के रूट को ऑफ द रिकार्ड शुरू कर दिया गया है जिसके चलते अब पंजाब से दिल्ली के लिए सीधी बसें मिलने लगी है। दिल्ली रूट की बसें बहालगढ़ बार्डर से वापस लौट आती थी और सवारियां को अन्य साधनों से दिल्ली के लिए जाना पड़ता था। कुल मिला कर टुकड़ों में दिल्ली का सफर करना पड़ता था  लेकिन अब दिल्ली जाने वालों को बहालगढ़ से बसें बदलने की जरूरत नहीं पड़ेगी क्योंकि पंजाब रोडवेज की बसें यू.पी. के रास्ते से दिल्ली के लिए रवाना हो रही है।

इस क्रम में बसें हरियाणा के बहालगढ़ से गुजरकर उत्तर प्रदेश के ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रैस-वे (ई.पी.ई) से होते हुए बागपथ व लोनी से दिल्ली में प्रवेश करेगी व इसी रास्ते से बसें वापस लौटेगी। अधिकारियों का कहना है कि वह इस बारे में कुछ भी खुलकर नहीं कह सकते क्योंकि बसों को ऑफ द रिकार्ड भेजा जा रहा है। उनके पास यू.पी. का परमिट तो है लेकिन एक्सप्रैस-वे के रास्ते होकर गुजरने वाला परमिट नहीं है। जो बसें जा रही हैं, उनके पास हरियाणा, पानीपत व सोनिपत के रास्ते से दिल्ली में प्रवेश का परमिट है।

विशेषज्ञों का कहना है कि यात्री सुविधा के लिए जब एमरजैंसी में रूट डाइवर्ट होते हैं तो परमिट की जरूरत नहीं पड़ती। यू.पी. सरकार द्वारा दिल्ली जाने वाली बसों को लेकर किसी तरह की दिक्कत पेश नहीं की जाएगी क्योंकि इन बसों को किसी कारणवश रूट बदलना पड़ रहा है। इस क्रम में जालंधर से जो बसें सीधी दिल्ली के लिए भेजी गई उन्हें बेहद अच्छा रिस्पांस देखने को मिला। अधिकारियों का कहना है कि दिल्ली से जालंधर वापस आने वाली बसें भी उम्मीद से अधिक सवारियां लेकर आई। जिन यात्रियों को अंबाला, पानीपत आदि के लिए जाना है वह भी दिल्ली की बसों में आसानी से सफर कर सकते हैं।

धुंध के चलते आज कम प्रभावित हुआ परिचालन
वहीं जालंधर सहित पंजाब के दूसरे शहरों से मिली खबरों के मुताबिक सुबह के समय सवारियां कम रही जबकि दोपहर को यात्री संख्या में बढ़ौतरी हुई। आज की यात्री संख्या पिछले दिनों के मुकाबले कम ही रही। अधिकारियों का कहन है कि धुंध के कारण आज परिचालन कम प्रभावित हुआ है औैर कल के मुकाबले कुछ राहत है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Vatika

Recommended News

Related News