पी.ए.पी. चौक से बिना परमिट चलती रही बसें

punjabkesari.in Friday, Jun 15, 2018 - 08:31 AM (IST)

जालंधर (कमलेश): गत दिवस पी.ए.पी. चौक पर पियार बस सर्विस और बस अड्डे के ठेकेदारों में एंट्री फीस को लेकर नोक-झोंक हो गई थी, जिसके उपरांत पुलिस ने मौके पर पहुंच कर दोनों पक्षों में राजीनामा कराया था।

गौरतलब है कि उक्त बस कम्पनी के पास जालंधर-अमृतसर रूट का कोई परमिट नहीं है, फिर भी इनकी बसें इस रूट पर बिना किसी रोक-टोक के दौड़ रही हैं। बुधवार को हुए मामले के बाद पूरा दिन यह चर्चा बनी रही कि मौके पर मौजूद पुलिस ने दोनों पक्षों में राजीनामा तो करा दिया लेकिन बस सॢवस कम्पनी का परमिट चैक करना जरूरी नहीं समझा, जबकि मौके पर हर कोई इस बात का रोना रो रहा था कि इस बस सर्विस कम्पनी के पास जालंधर-अमृतसर रूट परमिट नहीं है। इसी कारण ये बसें बस अड्डे के बजाय पी.ए.पी. के निकट से चलाई जाती हैं। 

सरकार को भी लग रहा है चूना
बिना परमिट दौड़ रही बसों से सरकार को भी भारी-भरकम चूना लग रहा है, लेकिन सब कुछ नजर आते हुए भी सरकार का कोई कार्रवाई न करना प्रशासन को भी शक के घेरे में खड़ा करता है। वैध रूट परमिट पर बसें चलाने वाले मालिक कई बार इसका विरोध कर चुके हैं लेकिन इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। इन सारी बातों से यह प्रतीत होता है कि किसी के दबाव के कारण प्रशासन कोई कार्रवाई न कर धृतराष्ट्र बना हुआ है।

ए.सी.पी. ट्रैफिक ने आर.टी.ओ. के सिर फोड़ा कार्रवाई का ठीकरा
वहीं, जब इस मामले में ए.सी.पी. हरविन्द्र सिंह भल्ला से बात की गई तो उन्होंने कार्रवाई का सारा ठीकरा आर.टी.ओ. के ऊपर फोड़ दिया। ए.सी.पी. ने कहा कि कल उन्होंने मौके पर मामला बिगड़ता देख दोनों पक्षों में राजीनामा करा दिया। जब उनसे बगैर परमिट के बस चलने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह जिम्मेदारी आर.टी.ओ. की है।

Anjna