सांसद चौधरी की राजनीतिक कूटनीति पर कैप्टन अमरेन्द्र ने फेरा पानी
punjabkesari.in Friday, Mar 01, 2019 - 08:09 AM (IST)

जालंधर(चोपड़ा): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने सांसद संतोख चौधरी की राजनीतिक कूटनीति पर उस समय पानी फेर दिया जब सांसद चौधरी डिवैल्पमैंट के अन्य कामों की भांति कॉलेज बनाने की मांग को पूरी करवाने का क्रैडिट भी खुद को देने लगे। लोकसभा चुनावों में टिकट के दावेदार व विधायक सुशील रिंकू के मंच पर बोलने के उपरांत सांसद चौधरी को मौका दिया गया। उन्होंने कहा कि वह प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे कि वहां पर सीनियर डिप्टी मेयर सुरिन्द्र कौर, मेयर जगदीश राजा सहित कुछ लोग पहुंचे और उन्हें चारा मंडी की जमीन पर सब्जी मंडी लगने पर ऐतराज जताने लगे, जिस पर उन्होंने तुरंत अधिकारियों से सब्जी मंडी बंद करवाई। फिर कॉलेज का प्रपोजल बनाकर उन्होंने पूर्व शिक्षा मंत्री अरुणा चौधरी से मांग की, जिसके बाद कॉलेज बनाने की मांग सी.एम. के समक्ष रखी गई।
सांसद चौधरी ने कहा कि कै. अमरेन्द्र ने जो वायदा किया उसे पूरा करके दिखाया क्योंकि स्ट्रॉन्ग विजन वाले नेता ही ऐसे फैसले ले सकते हैं। इसके अलावा सांसद चौधरी ने अपने मुंह मियां मिट्ठू बनते हुए कॉलेज के निर्माण का श्रेय खुद को देते हुए विधायक रिंकू द्वारा मुख्यमंत्री के समक्ष मैडीकल कॉलेज व 85वें संवैधानिक संशोधन की मांग भी दोहरा डाली।
उन्होंने कहा कि गन्ना फार्म की जमीन को एक्वायर करके बनाए पिम्स मैडीकल कॉलेज की लीज को भी रिव्यू किया जाए। जालंधर इंडस्ट्रीयल हब है, सरकार ने 112 करोड़ से स्किल डिवैल्पमैंट सैंटर बनाने का निजी कम्पनी के साथ एम.ओ.यू. साइन किया है। परंतु जब मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने मंच संभाला तो उन्होंने कॉलेज के निर्माण का सारा श्रेय विधायक सुशील रिंकू को दे दिया। उन्होंने कहा कि विधायक रिंकू व अन्यों के प्रयासों से ही कॉलेज का निर्माण संभव हो सका है। कै. अमरेन्द्र के बयान के बाद सांसद चौधरी के दावे को झुठलाने के प्रकरण के बाद राजनीतिक गलियारों में कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गईं कि आखिर सांसद चौधरी मुख्यमंत्री के सामने ऐसा करने की क्या जरूरत थी। वे विधायक रिंकू को पटखनी देने की खातिर ऐसी बयानबाजी करते रहे जिससे चौधरी की ही किरकिर हुई है।