पंजाब में नशों से हो रही मौतों पर तरस खाए कैप्टन सरकार: किशन लाल

punjabkesari.in Tuesday, Oct 15, 2019 - 10:32 AM (IST)

जालंधर(चोपड़ा): पंजाब में सरकार व सत्ता नाम की कोई चीज नहीं है और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के 4 सप्ताहों में राज्य से ड्रग का खात्मा करने की सौगंध की पोल खुल चुकी है। उक्त आरोप पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति मंच पंजाब के प्रधान किशन लाल शर्मा ने लगाते हुए कहा कि पवित्र श्री गुटका साहिब को हाथ में थाम कर नशे के खिलाफ लड़ाई लड़ने के बड़े-बड़े दावे करने वाले कैप्टन अमरेन्द्र की सरकार के शासनकाल में आज कोई ऐसा जिला अछूता नहीं बचा, जहां धड़ल्ले से नशों की बिक्री न हो रही हो। उन्होंने कहा कि आज राजनेताओं व पुलिस अधिकारियों की छत्रछाया में नशों का धंधा चलाया जा रहा है। रोजाना हैरोइन, स्मैक व अन्य नशों की धरपकड़ के मामले सामने आना साबित करता है कि ड्रग तस्करों में पुलिस व सरकार का कोई खौफ नहीं है। गली-गली में कैप्सूलों से बनी अवैध शराब बेची जा रही है। हरेक बाजार में दड़ा-सट्टा माफिया सक्रिय हो गया है।

शर्मा ने कहा कि स्नैचिंग, लूटमार की घटनाओं में खासी बढ़ौतरी हुई है परंतु पुलिस इन मामलों को हल करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाती है। नशों की पूर्ति की खातिर नौजवान क्राइम की दलदल में धंसते जा रहे हैं। पंजाब सरकार ने राज्य में तस्करों के नैटवर्क को तोड़ने के लिए एस.आई.टी. का गठन किया है परंतु उच्चाधिकारियों के आपसी मतभेदों के कारण एस.आई.टी. भी सफेद हाथी साबित हो रही है। उन्होंने कहा कि नशों से हो रही मौतों पर कैप्टन अमरेन्द्र सरकार तरस खाए क्योंकि नशों के कारण आज पंजाब के सैंकड़ों परिवार उजड़ चुके हैं। 

किशन लाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मांग करते हुए कहा कि पंजाब व पंजाब की जवानी को बचाने के लिए वह पहलकदमी करें वरना नशा घुन्न की भांति पूरे राज्य को चट कर जाएगा। उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह से विशेष कमेटी का गठन करने की मांग की है। उन्होंने कुछ राजनेताओं व पुलिस अधिकारियों की नशा तस्करों के साथ तस्वीरें जो समाचार पत्रों की सुर्खियां बनी थीं, की प्रति गृहमंत्री को एक पत्र के साथ भेजी हैं, ताकि  वर्षों से चले आ रहे इस कारोबार की कलई खुल सके।

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Sunita sarangal