सॉफ्टवेयर में हो रहे बदलाव के तहत शुरू होगा ऑनलाइन लैंड रजिस्ट्रेशन

punjabkesari.in Monday, Jun 18, 2018 - 10:29 AM (IST)

जालंधर (अमित): नैशनल इन्फॉर्मैटिक्स सैंटर, केंद्र सरकार द्वारा निर्मित देश का पहला ऑनलाइन लैंड रजिस्ट्रेशन सॉफ्टवेयर नैशनल जैनरिक डाक्यूमैंट रजिस्ट्रेशन सॉफ्टवेयर (एन.जी.डी.आर.एस.) जो पिछले साल नवम्बर, 2017 से आदमपुर में शुरू हुआ था उसे अब अगले चरण के अंतर्गत पूरे किाले में लागू किया जा रहा है। आने वाले 1-2 दिन में सबसे पहले तहसील-1 और 2 के अंदर इसे लागू किया जाएगा और बाद में अन्य तहसीलों के अंदर चालू कर दिया जाएगा।

इस संंबंधी जानकारी देते हुए डी.सी. वरिंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि अधिक से अधिक 15 दिन के अंदर पूरे किाले की तहसीलों को ऑनलाइन कर दिया जाएगा। डी.सी. ने कहा कि इस अति-महत्वाकांक्षी प्रोजैक्ट के तहत ऑनलाइन लैंड रजिस्ट्रेशन सॉफ्टवेयर को पूरे देश में सबसे पहले लांच करके पंजाब पहले ही सबसे अग्रणी बन चुका है। इस प्रोजैक्ट का उद्देश्य आम जनता का सशक्तिकरण करना और उन्हें आसान, सुविधाजनक और पारदर्शी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया प्रदान करना है।

हार्डवेयर और साफ्टवेयर अनिवार्यताएं हुईं पूरी, ट्रायल रन जारी
तहसील-1 और 2 के अंदर इस साफ्टवेयर को विधिवत रूप से लांच करने से पहले दोनों जगह पर इसके लिए कारूरी हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर की अनिवार्यताएं पूरी की जा चुकी हैं। इसके साथ ही पिछले कुछ दिनों से इस सॉफ्टवेयर का ट्रायल रन भी करके देखा जा रहा है ताकि इसमें अगर कोई खामियां पाई जाती हैं तो उन्हें दूर किया जा सके। इसके लिए एन.आई.सी. की टीमें रैवेन्यू अधिकारियों के साथ तालमेल बनाकर दिन-रात काम कर रही हैं। 

पासपोर्ट सेवा केन्द्र की तर्का पर मिलेगी अप्वाइंटमैंट
प्रदेश के अंदर जमीन-जायदाद की रजिस्ट्रेशन करवाने वाले आवेदकों को पासपोर्ट सेवा केन्द्र की तर्का पर अप्वाइंटमैंट मिलेगी क्योंकि रजिस्ट्रेशन के लिए सब-रजिस्ट्रार दफ्तरों में इस्तेमाल किए जाने वाले साफ्टवेयर (प्रिज्म) में बड़े स्तर पर बदलाव करने के बाद एन.जी.डी.आर.एस. लागू होने जा रहा है। 

केवल तहसीलदार के अंगूठे से ही खुलेगा साफ्टवेयर : राजीव वर्मा
एस.डी.एम.-1 राजीव वर्मा जो इस प्रोजैक्ट के साथ पहले दिन से जुड़े हुए हैं का कहना है कि नया प्रोजैक्ट बेहद पारदर्शी और आसान साबित होगा। इसको लागू करने से आम जनता को भाग-दौड़ से भी मुक्ति मिलेगी। नए सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल से कोर्ट केसों में काफी मदद मिलेगी क्योंकि रजिस्ट्री करते समय साफ्टवेयर केवल तहसीलदार के अंगूठे (बायोमीट्रिक) से ही खुलेगा।

इतना ही नहीं खरीदार और बेचने वालों के भी अंगूठे 
दर्ज किए जाएंगे। बाद में तहसीलदार के अंगूठा लगाने से ही रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया मुकम्मल होगी। सॉफ्टवेयर में फोटो और बायोमीट्रिक दोनों आने से पारदॢशता बढ़ेगी और बेवजह की मकद्दमेबाजी से भी निजात प्राप्त होगी। आम जनता के लिए यह 
एक वरदान साबित होगा।

Anjna