चीफ खालसा दीवान को राजनीतिज्ञों व कारोबारियों से ज्यादा एजुकेशनिस्टों की जरूरत : डा. संतोख सिंह

punjabkesari.in Saturday, Mar 24, 2018 - 09:33 AM (IST)

जालंधर (बुलंद): चड्ढा कांड के बाद खाली हुए चीफ खालसा दीवान की प्रधान, उपप्रधान व सचिव पदों के लिए 25 मार्च को उपचुनाव होने जा रहे हैं। इस बारे जानकारी देते हुए प्रधान पद के दावेदार पूर्व प्रोफैसर ऑफ सर्जरी डा. संतोख सिंह ने बताया कि चुनावी मैदान में एक ओर अकाली दल (बादल) गुट है जिसे लोकल कांग्रेसी सपोर्ट कर रहे हैं तो दूसरी ओर एक संस्था है जिसमें कारोबारी गुट हावी है पर असल में चीफ खालसा दीवान को शिक्षा से संबंधित उनके तीसरे गुट की जरूरत है जो संगठन को शैक्षणिक स्तर पर आगे ला सके।

डा. संतोख सिंह ने बताया कि अगर चुनावों में उन्हें जीत मिलती है और चीफ खालसा दीवान में सेवा निभाने का अवसर मिलता है तो सबसे पहले विद्यार्थियों के लिए टैक्स्ट बुक्स बिल्कुल मुफ्त प्रदान की जाएंगी। इस समय संगठन के स्कूलों में हर साल विद्यार्थियों  से नई एडमिशन फीस वसूली जाती है जोकि बिल्कुल बंद कर दी जाएगी और सिर्फएक बार ही ली जाएगी। नए एजुकेशन सिस्टम के तहत सिख धर्म से संबंधित शिक्षा, गुरबाणी व सिख सिद्धांतों की शिक्षा के लिए खास योजनाएं लागू की जाएंगी। 10वीं क्लास में विद्यार्थियों का सिख धर्म से संबंधित एक टैस्ट लिया जाएगा और जो बज्जे पहले 3 स्थानों पर आएंगे उन्हें वजीफे के तौर पर 11वीं और 12वीं की शिक्षा बिल्कुल फ्री दी जाएगी। 

डा. सिंह ने बताया कि दीवान में कुल 525 सदस्य हैं जो वोट डालते हैं पर इनमें से 100 से ज्यादा दूसरे राज्यों में होने के कारण अपने वोट का प्रयोग नहीं कर पाते अगर वह प्रधान बनते हैं तो ऐसे दूर बैठे वोटरों के लिए इलैक्ट्रोनिक वोटिंग का प्रबंध किया जाएगा। अध्यापकों को अच्छी सैलरी दी जाएगी व गांवों में ड्यूटी करने जाने के लिए उनकी ट्रांसपोर्टेशन का प्रबंध किया जाएगा। स्कूलों की संख्या बढ़ाई जाएगी। आखिर में उन्होंने कहा कि चीफ खालसा दीवान के लेडीज स्टाफ की सुरक्षा के लिए खास कमेटी का गठन किया जाएगा और जो दीवान का अक्स लोगों में फीका हुआ है, उसे सुधारने के लिए खास प्रयत्न किए जाएंगे। इस दौरान अरविंद्र सिंह भी मौजूद थे। 

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