अयोध्या फैसले पर जय श्रीराम के नारों से गूंज उठा शहर, लोगों ने खुशी में बांटे लड्डू

punjabkesari.in Saturday, Nov 09, 2019 - 06:36 PM (IST)

जलालाबाद(सेतिया): सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को अयोध्या में विवादित जमीन पर राम मंदिर निर्माण का फैसला सुनाया। 5 जजों की संविधान पीठ ने सुबह सर्वसम्मति से अपना फैसला दिया। चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा कि विवादित 2.77 एकड़ जमीन रामलला विराजमान को दी जाए, मंदिर निर्माण के लिए 3 महीने में ट्रस्ट बने और इसकी योजना तैयार की जाए। चीफ जस्टिस ने मस्जिद बनाने के लिए मुस्लिम पक्ष को 5 एकड़ वैकल्पिक जमीन दिए जाने का फैसला सुनाया, जो कि विवादित जमीन की करीब दोगुना है।

चीफ जस्टिस ने कहा कि ढहाया गया ढांचा ही भगवान राम का जन्मस्थान है और हिंदुओं की यह आस्था निर्विवादित है। इस फैसले के बाद शहर में खुशी का माहौल देखने को मिला और विभिन्न धार्मिक और समाजकि संस्थआओं की ओर मंदिरों में जाकर लड्डू बांट कर खुशी का इजहार किया। इस अवसर पर अनिल वलेचा, दर्शन लाल वधवा, राज चौहान, विकास बजाज, देवांश भास्कर, अशोक कुकड़ेजा, सुरेन्द्र शर्मा, सुमित कुक्कड़, रवि कुक्कड़, राणा गुम्बर मौजूद थे। 

जानकारी अनुसार शनिवार को सुबह से ही लोग अपने-अपने घरों दुकानों पर टीवी देखने बैठ गए जैसे ही सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया की श्री राम जी का मंदिर अयोध्या की जमीन पर ही बनेगा, फैसला जैसे ही लोगों ने टीवी पर सुना लोगों की खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा। शहर की अलग-अलग धार्मिक संस्थाओं श्री गऊशाला सेवा और श्री बाला जी राम लीला केमटी, देवी द्वारा राम लीला कमेटी, श्री बाला जी धाम, श्री कृष्णा मंदिर व शहर के अलग-अलग लोगों ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर खुशी का इजहार किया। लोगों ने कहा कि अब अयोध्या में राम मंदिर बनने का रास्ता साफ हो गया है। हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले का तह दिल से धन्यवाद करते हैं और उन्होंने कहा कि अयोध्या पर फैसला आया है मंदिर का आदेश लाया है।

समाज सेवी व गऊशाला कमेटी के सदस्य विकास बजाज का कहना है कि विवादित भूमि पर राम मंदिर बनाने का माननीय सुप्रीम कोर्ट का फैसला सराहनीय है और माननीय जजों ने मुस्लिम भाईचारे का भी सम्मान किया है और सरकार को चाहिए जो 5 एकड़ जमीन मुस्लिम पक्ष को देने का आदेश है वहां पर मस्जिद बनवाई जाए।  

भाजयुमो नेता गगन का कहना है कि आयोध्या में राम जन्म भूमि पर करोड़ों हिन्दुओं की आस्था जुड़ी हुई थी और माननीय कोर्ट ने भी माना है कि इस भूमि पर पहले मंदिर था और मस्जिद खाली स्थान पर नहीं बनी थी, वे कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हैं और ये हिन्दुओं की आस्था की जीत है। 

सूफी कथावाचक के.एस.सोनी जी का कहना है कि श्री राम जी ने 14 वर्ष का वनवास काट कर दुनिया के लिए मिसाल कायम करते हुए इसे परमात्मा की रजा माना था और अब भी जो कुछ हो रहा है वो परमात्मा की मरजी से ही हो रहा है, आगे भी जो होगा वो प्रभू की इच्छा से ही होगा। लोगों को चाहिए कि वे शांति व आपसी सद्भावना बनाकर रखें। 

सुरेन्द्र शर्मा पूर्व पार्षद का कहना है कि 1990 में आयोध्या में वे जलालाबाद से पहुंचा था और वे दंगे फसाद वाले दृष्य मैने देखे अब फैसला चाहे देरी से आया पर उच्चान्यालय ने सभी धर्मों को साथ लेकर फैसला किया कि तांकि भाईचारक सांझ कायम रह सके और इस फैसले से जहां हिन्दुओं की आस्था की जीत हुई है तो वहीं मुस्लिम भाईचारे को भी उच्चान्यालय द्वारा 5 एकड़ अलग भूमि देकर मस्जिद बनाने को कहा है। 

Vaneet