हाल-ए-सिविल अस्पताल:गोंद से स्लिप चिपका कर डाक्टर कर रहे देसी जुगाड़

punjabkesari.in Monday, Nov 12, 2018 - 08:35 AM (IST)

जालंधर(शौरी):सिविल अस्पताल के हालात खराब होने शुरू हो रहे हैं जहां अब प्रबंधन के पास रजिस्टर खरीदने के लिए भी पैसे नहीं हैं और डाक्टर परेशान हो रहे हैं। जानकारी के मुताबिक अस्पताल के एमरजैंसी वार्ड में डाक्टरों के ड्यूटी रूम में डैड बॉडी रजिस्टर भर चुका है। डाक्टर इस बाबत मैडीकल सुपरिंटैंडैंट ऑफिस को कह चुके हैं कि उन्हें नया रजिस्टर दिया जाए ताकि पुलिस द्वारा लाई जाने वाली डैड बॉडी की वे एंट्री कर सकें लेकिन उनकी सुनवाई हो ही नहीं रही और रजिस्टर में जगह न होने के कारण ओ.पी.डी. की पर्ची पर मृतक का नाम व पता आदि एंट्री कर पर्ची गोंद लगाकर रजिस्टर से जोड़ी जा रही है।

स्टाफ नर्सों ने खुद खरीदा था रजिस्टर
एक डाक्टर ने नाम न छापने पर कहा कि लगता है कि अस्पताल प्रबंधन के पास रजिस्टर खरीदने के लिए फंड नहीं रहा और इसलिए डाक्टर देसी जुगाड़ लगाकर काम चला रहे हैं। गौर हो कि कुछ दिन पहले स्टाफ नर्सों को भी मरीजों की एंट्री करने वाला रजिस्टर काफी समय से ऑफिस से जारी नहीं हो रहा था, जिसके बाद उन्होंने खुद पैसे डालकर रजिस्टर खरीदा था। शायद अब अस्पताल के अधिकारी भी यही चाहते हैं कि डाक्टर खुद पैसे खर्च कर रजिस्टर बाहर से खरीदें।

एमरजैंसी वार्ड के शौचालय खस्ताहाल, दरवाजे टूटे
सबसे शर्मनाक बात यह देखने को मिल रही है कि एमरजैंसी वार्ड में जनता के लिए बने शौचालयों की दयनीय हालात और बदबू के कारण तो मरीजों को परेशान होना ही पड़ रहा है, अब मरीजों के शौचालयों के दरवाजे टूटने के कारण आर-पार सब दिखने लगा है। बेचारे मरीज शौचालय जाने से पहले कपड़े आदि से दरवाजा ढंकते हैं। हां, डाक्टरों व स्टाफ के शौचालय साफ व ठीक-ठाक हैं पर एमरजैंसी में बने डाक्टर रूम का हाल भी ठीक नहीं दिखता। कमरे का दरवाजा टूट चुका है और उसे लगाकर टैम्परेरी तौर पर जोड़ा हुआ है। डाक्टर की बैठने वाली कुर्सी का आसन गद्दा फटा हुआ है और कुर्सी की बाजुएं टूटी पड़ी हैं और उसे भी टेप लगाकर जोड़ा गया है। डाक्टरों ने बताया कि बड़ी शर्म आती है कि ऐसी कुर्सी पर क्लास-1 अफसर बैठकर काम करते हैं। वहीं, इस बाबत अस्पताल की मैडीकल सुपरिंटैंडैंट से फोन पर बात करनी चाही लेकिन उनसे सम्पर्क नहीं हो सका।

swetha