सिविल अस्पताल बना हवालातियों के भागने का सॉफ्ट टार्गेट

punjabkesari.in Tuesday, Jan 15, 2019 - 10:12 AM (IST)

जालंधर(शौरी): पंजाब पुलिस के लिए काबू आरोपी का सिविल अस्पताल से मैडीकल करवाना परेशानी भरा साबित हो रहा है और पुलिस वालों को डर सताए रहता है कि कहीं हवालाती वहां से भाग न जाए, क्योंकि एक सप्ताह के भीतर 2 हवालाती सिविल अस्पताल से भाग चुके हैं।

7 जनवरी को लूटपाट के मामले में रैनक बाजार के दुकानदारों ने एक युवक को काबू किया और पुलिस ने उसके खिलाफ केस दर्ज कर लिया। जैसे ही पुलिस वाले उसका मैडीकल करवाने सिविल अस्पताल पहुंचे तो आरोपी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। फिर 10 जनवरी को धोखाधड़ी के केस में नामजद भगौड़ा अनिल कुमार नामक आरोपी को जैसे ही पुलिस मुलाजिम मैडीकल के लिए सिविल अस्पताल लाए तो वह हैड-कांस्टेबल को लघुशंका के बहाने झांसा देकर खिड़की से कूद कर भाग निकला। सुरक्षा के लिहाज से देखा जाए तो सिविल अस्पताल हवालातियों के भागने का सॉफ्ट टार्गेट बन चुका है और मैडीकल करवाने आने वाले पुलिस वाले बेचारे अधिकारियों के गुस्से का शिकार हो जाते हैं।

पुलिस कर्मचारी रहें सावधान आरोपियों को अदालत तथा मैडीकल करवाने अस्पताल लाने वाले पुलिस कर्मचारियों को सावधान रहना चाहिए। उन्हें चाहिए कि यदि आरोपी पेशाब करने को कहे तो उसके साथ शौचालय के भीतर तक जाएं और उस पर नजर रखें कहीं वह भागने की फिराक में तो नहीं। पुलिस कर्मचारी आरोपी के परिजनों द्वारा लाए भोजन आदि का सेवन न करें क्योंकि उसमें कोई नशीली वस्तु भी हो सकती है। आरोपी को फोन पर कस्टडी के दौरान बात नहीं करने देनी चाहिए और उसके साथ रास्ते में कहीं रुकना नहीं चाहिए। खास तौर पर उसके परिजनों को मिलाना भी नहीं चाहिए।

 

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