पार्किंग ठेकेदार और बूथ होल्डरों के बीच फिर खड़ा हुआ विवाद

punjabkesari.in Wednesday, May 23, 2018 - 10:58 AM (IST)

जालंधर(अमित): डी.ए.सी. के अंदर अलग-अलग वाहनों को खड़े करने के लिए खुली बोली से वित्तीय वर्ष 2018-19 के लिए ठेका लेने वाले ठेकेदार और बूथ होल्डरों के बीच एक बार फिर से विवाद खड़ा हो गया है। मंगलवार शाम को जब कुछ बूथ होल्डर अपने वाहन लेकर गेट नं. 2 से बाहर जाने लगे तो ठेकेदार के कर्मचारियों ने उन्हें रोक कर वाहन खड़े करने की फीस मांगी। बूथ होल्डरों ने कहा कि वे पिछले कई सालों से यहां काम कर रहेे हैं और प्रशासन द्वारा यहां काम करने के लिए अधिकृत हैं, इसलिए वे कोई पैसा नहीं देंगे। मामूली बहस बड़े विवाद का रूप धारण कर गई। ठेकेदार ने मौके पर जाकर कहा कि बूथ होल्डर डी.सी. द्वारा तय फीस दें या फिर मासिक पास बनाएं, अन्यथा उनके वाहन अंदर खड़े करने की इजाजत प्रदान नहीं की जाएगी। बूथ होल्डरों ने तर्क दिया कि वे तो मंजूरशुदा बूथ होल्डर हैं और उन्होंने पिछले कई सालों से किसी भी पार्किंग ठेकेदार को पैसे नहीं दिए, इसलिए अब भी नहीं देंगे। कुछ बूथ होल्डरों ने माननीय हाईकोर्ट में जाने की बात करते हुए कहा कि वे उसके खिलाफ अदालत में जाएंगे, मगर पैसे नहीं देंगे। 


धक्केशाही कर रहा है ठेकेदार, एसो. स्तर पर लेंगे फैसला : नरिंद्र लेख
डी.ए.सी. में बूथ नं. 218 पर काम करने वाले एडवोकेट नरिंद्र लेख ने कहा कि ठेकेदार धक्केशाही कर रहा है। एसो. स्तर पर फैसला लिया जाएगा व एफ.सी.आर. के पास शिकायत की जाएगी। 

डी.ए.सी. में कारोबार करके बन गए करोड़पति, मामूली फीस चुकाने से कर रहे इंकार : कुलविंद्र सिंह
पार्किंग ठेकेदार कुलविंद्र सिंह घुम्मण ने कहा कि डी.सी. द्वारा केवल नंबरदारों को पार्किंग फीस से छूट प्रदान की गई है। बावजूद इसके हमने अप्रैल महीने में बूथ होल्डरों को कुछ नहीं कहा। एक महीने तक भारी वित्तीय नुक्सान सहने के बाद इस महीने के अंत में सख्ती बरतनी आरंभ की है। बूथ होल्डर यहां कारोबार करके करोड़पति बन चुके हैं। मगर न जाने क्यों पार्किंग की मामूली फीस चुकाने से इंकार कर रहे हैं, बूथ होल्डर कमर्शियल एक्टीविटी कर रहे हैं, इसलिए उनके वाहन मुफ्त में खड़ा करना संभव नहीं है। 

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