बेटे के अंतिम बोल, -'मां मेरे मरने के बाद रोना मत, ऊपर बैठकर में सब देखूंगा..."

punjabkesari.in Friday, May 10, 2019 - 12:14 PM (IST)

जालंधर(मृदुल): फुटबॉल चौक के पास स्थित इंद्रप्रस्थ होटल में रात 9 बजे के करीब उस समय सनसनी फैल गई जब पुलिस कंट्रोल रूम पर सूचना मिली कि एक 21 साल के युवक ने होटल के रूम में सल्फास खाकर जान दे दी। मामला प्रेम प्रसंग से संबंधित बताया जा रहा है।

सल्फास खाने के बाद युवक ने अपने पिता को फोन किया और बोला कि उसे बचा लो, जिसके बाद परिजन होटल पहुंचे और निजी अस्पताल में ले गए, जहां से उसे अन्य निजी अस्पताल को रैफर कर दिया गया जहां उसकी मौत हो गई। मामले को लेकर थाना बस्ती बावा खेल की पुलिस ने जांच शुरु कर दी है। ए.एस.आई. सतविंदर सिंह ने बताया कि मृतक की पहचान मुकुल गुप्ता के रूप में हुई है, जोकि मलका चौक के पास स्थित वीरभान वाली गली का रहने वाला है। पिता विक्की करियाने की दुकान करते हैं। मुकुल दोपहर को घर वालों को यह कहकर गया था कि वह ट्यूशन पर जा रहा है, मगर वह करीब 1 बजे होटल इंद्रप्रस्थ के रूम नंबर 502 में चला गया। उन्होंने बताया कि करीब शाम साढ़े 5 बजे होटल के रूम से मुकुल का उसके पिता को फोन गया कि उसे कुछ हो रहा है और उसे आकर बचा लो, लेकिन रात 9 बजे उसने दम तोड़ दिया। पुलिस के मुताबिक प्राथमिक जांच में मामले प्रेम प्रसंग से जुड़ा हुआ नजर आ रहा है, जिसको लेकर जांच की जा रही है। 

 

पूर्व विधायक के.डी. भंडारी के पी.ए. का भतीजा है मृतक मुकुल
वहीं जांच में बात सामने आई है कि मुकुल के चाचा राजेश गुप्ता जिनकी 6 साल पहले मौत हो चुकी है, के बड़े भाई का बेटा था। जांच में पुलिस को यह भी पता लगा कि जो लोगों के बीच में प्रेम प्रसंग की चर्चा है, उस संबंध में लड़की भी मुकुल के घर के पास की रहने वाली थी। स्वर्गवासी हुए पी.ए. के भतीजे की मौत की खबर सुन खुद के.डी. भंडारी भी मौके पर सांत्वना देने पहुंचे। 

पुलिस ने सील किया रूम नंबर 502! 
पुलिस ने वहीं होटल इंदप्रस्थ के रूम नंबर 502 को सील कर दिया है, जिसको लेकर पुलिस शुक्रवार सुबह जाकर रूम की जांच करेगी। इसके बाद केस में कई अहम पहलू सामने आएंगे। 

सुसाइड नोट में लिखा-मम्मी मैं चल्लां, तुसीं मेरे जान तों बाद रोइयो न, क्योंकि मैं उत्तों बैठा देखदा होवांगा...!
पुलिस ने जब मुकुल गुप्ता के कपड़ों की तलाशी ली तो उसमें से एक सुसाइड नोट सामने आया है, जिसमें लिखा था कि मैं, मुकुल गुप्ता मेरा रिया हरजाई नाल 2 सालां तों संबंध सी। कुछ दिनां तों मैनूं धमकियां दे रही सी। अज्ज सवेरे मैनूं उसदे भाई नमन दा फोन वी आया सी, जिस तों बाद रिया हरजाई दे नवें दोस्त दा वी फोन आया। जिसने मैनूं किहा कि हुण तूं की करेंगा। एह सारे रोज मैनूं धमकियां दे रहे सी। जिस तों दुखी होके मैं एह कदम चक्क रिहा आं। मेरे जान तों बाद तुसीं खुश रेहो। तुसीं मेरे जान तों बाद सोनू दा वी खयाल रखना ते उसनूं 12वीं दी पढ़ाई तों बाद बाहर भेज देना। मम्मी-पापा मेरी इक्क गल्ल सुनयो, मैं चल्लां, तुसीं मेरे जान तों बाद रोइयो न, क्योंकि मैं उत्तों बैठा देखदा होवांगा जे तुसीं रोए तां देख लेयो। मेरे पीछे हुण सोनू बैठा, तुसीं हुण ओहदी जिंदगी बणानी आ। रोइयो न मैनूं खुशी नाल विदा करियो। मेरे कोलों बहुत वड्डी गलती हो गई। मैं तुहानूं बहुत प्यार करदा हां। चलो मैं हुण चल्लां। 

 


 

Vatika