हाईटैक सिस्टम की बजाय देसी जुगाड़ लगा रहा निगम
punjabkesari.in Saturday, Dec 28, 2019 - 01:14 PM (IST)

जालंधर(खुराना): टैक्नोलॉजी के मामले में हर सरकार और हर सरकारी विभाग हाईटैक होने के दावे करता है और कई मामलों में ज्यादातर सिस्टम हाईटैक होते भी जा रहे हैं। दूसरी ओर जालंधर नगर निगम द्वारा अभी भी हाईटैक होने की बजाय देसी जुगाड़ लगाने को पहल दिया जा रहा है।
शहर के कूड़े को संभालने के लिए निगम कई तरह के प्रयोग कर चुका है जिन पर करोड़ों रुपए खर्च किए जा चुके हैं। कई साल पहले नगर निगम के अधिकारियों ने चेन्नई से 150 कि.मी. दूर दक्षिण भारत के आरकोट नामक शहर में जाकर वहां की सफाई व्यवस्था का निरीक्षण करके जालंधर में अंडरग्राऊंड स्मार्टबिन प्रोजैक्ट की शुरूआत की थी। इसके तहत कम्पनी ने पायलट प्रोजैक्ट में शहर में 2 स्थानों पर अंडरग्राऊंड स्मार्टबिन बना दिए। एक स्मार्टबिन के.एम.वी. रोड पर विकासपुरी के निकट तथा दूसरा टी.वी. सैंटर के सामने शहीद ऊधम सिंह पार्क के किनारे पर बनाया गया। तब निगमाधिकारियों ने इस नई टैक्नोलॉजी से शहर के सभी ओपन डम्प खत्म करने के दावे किए।
इन स्मार्ट डम्पों के लिए निगम ने हाईड्रोलिक मशीनरी तक किराए पर ली जिसके लिए लाखों रुपए का भुगतान किया गया। कुछ देर इन स्मार्ट डम्पों पर अंडरग्राऊंड कूड़ा गया परंतु निगम यह प्रोजैक्ट चला ही नहीं पाया, जिसके चलते कुछ महीने पहले विकासपुरी के बाहर बने स्मार्टबिन्स को तोड़ दिया गया और अब टी.वी. सैंटर के सामने भी स्मार्टबिन्स को उखाड़ दिया गया है।
अब ऊधम सिंह नगर में बन रहा ओपन डम्प
शहर में चर्चा है कि हाईटैक होने का ख्वाब देख रहा निगम अब फिर देसी जुगाड़ की ओर आ गया है, जिसके चलते शहीद ऊधम सिंह नगर के पार्क के किनारे पर ओपन डम्प बनना शुरू हो गया है। अब इस ओपन डम्प का सारा कूड़ा सड़क पर ही पड़ा रहा करेगा और आसपास के क्षेत्र के लिए बड़ी सिरदर्दी बनेगा।