Criminal बायोडाटा ऑफ शशि: अपहरण, इरादा-ए-कत्ल, धोखाधड़ी, चोरी जैसी कई धाराओं में है नामजद

punjabkesari.in Tuesday, Dec 04, 2018 - 11:52 AM (IST)

जालंधर(वरुण): कुछ दिनों पूर्व एक हमले में घायल हुए शशि शर्मा के खिलाफ अपहरण, इरादा-ए-कत्ल, धोखाधड़ी, पिस्तौल तानने, चोरी, मारपीट, धमकाने और अन्य कई धाराओं अधीन केस दर्ज हैं। इतना ही नहीं, कई शिकायतें ऐसी हैं जो अभी भी पुलिस थानों में दबी हुई हैं और पुलिस अधिकारी तक शशि शर्मा के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं कर रहे। शशि शर्मा का क्रिमिनल बायोडाटा देखकर ही एक युवक को जमानत मिल गई थी जिसके खिलाफ शशि शर्मा ने धारा-452 के बाद हत्या का झूठा केस दर्ज करवाया था। 

‘पंजाब केसरी’ के हाथ ऐसे दस्तावेज लगे हैं जिसमें एक युवक ने सुप्रीम कोर्ट में शशि खिलाफ शिकायत दी हुई है कि शशि शर्मा जोकि मानवाधिकार संगठन का प्रधान होने का दावा करता है पर 30-40 केस दर्ज हैं। मंत्रियों और पुलिस अधिकारियों की मिलीभगत होने के कारण अदालतों में कई ऐसे मुकद्दमे हैं जिनमें जमानत कैंसिल होने के बावजूद उसे अरैस्ट नहीं किया जा रहा है। उसने गुंडों की फौज पाल रखी है। आरोप है कि शशि ने उसके खिलाफ गवाही देने वाले नरेंद्र कुमार का 2 बार अपहरण करवाने व जान से मारने की कोशिश की जिसको लेकर थाना-4 व थाना-6 में शशि और उसके साथियों पर केस भी दर्ज हुए थे। 

हमले के दौरान शशि के दफ्तर के बाहर खड़ा होकर नजर रखने वाला युवक गिरफ्तार
शशि पर हुए हमले के मामले में पुलिस ने एक और युवक को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का दावा है कि गिरफ्तार रूबी पुत्र मङ्क्षहद्र निवासी प्रीत नगर हमले के समय शशि के दफ्तर के बाहर खड़ा होकर नजर रख रहा था। पुलिस ने युवक को भगत सिंह कालोनी बाईपास से गिरफ्तार किया है जिसकी निशानदेही पर पुलिस ने हमले में इस्तेमाल किया गया दातर भी बरामद किया है। हालांकि रूबी से बात करने पर उसने कुछ नहीं बोला। वह बस एक हमलावर का नाम जरूर ले रहा था। रूबी आढ़त करने वाले परिवार से है। सोमवार को पुलिस ने पहले गिरफ्तार किए गए प्रदीप व बिक्रमजीत सिंह उर्फ बाबा का रिमांड खत्म होने पर उन्हें अदालत में पेश करके और रिमांड हासिल किया है। रूबी का भी रिमांड मिला है। डी.सी.पी. गुरप्रीत सिंह का कहना है कि हमलावरों से पूछताछ की जा रही है, सारे मामले की जांच की जा रही है।

शशि शर्मा खिलाफ दर्ज हुए केसों की लिस्ट
शशि के खिलाफ कम-से-कम 35 केस दर्ज हैं। इनमें से कुछ में वह बरी हो चुका है लेकिन उसके रिकार्ड में थाना-4, 6, 7, थाना सदर, थाना कैंट व अन्य थानों में केस दर्ज हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार शशि कुछ केसों में वांटेड भी है लेकिन पुलिस उसे अरैस्ट ही नहीं कर रही। कई केसों में पुलिस ने शशि खिलाफ दर्ज बरसों बीत जाने के बाद भी चालान पेश नहीं किया। अलग-अलग अदालतों से उसके गैर-जमानती वारंट निकल चुके हैं, जबकि कई केस पुलिस थानों में पैंङ्क्षडग हैं। थाना-4, 6 और सदर में शशि खिलाफ कई केस पैंडिंग हैं। साफ है कि पुलिस अधिकारियों से सैटिंग होने के कारण शशि शर्मा को अरैस्ट नहीं किया गया। शशि खिलाफ धारा-427, 448, 511, 448, 380, 454, 120बी, &07, 326, 364, 332, 440,427, 420, 467, 468,471, 294, ,506, 511,25, 54, 49 आम्र्स एक्ट के अधीन केस दर्ज हो चुके हैं। शशि खिलाफ विजीलैंस की विशेष अदालत ने 5& पेजों की रिपोर्ट भी तैयार की हुई है। 

धरना लगा कर हादसे के केस में लगवा दी थी हत्या की धारा 
शशि शर्मा इतना शातिर है कि उसने हिमाचल में एक सड़क हादसे में कुछ लोगों को हत्या की धारा के तहत नामजद करवा लिया था। इसके पीछे एक बड़ा कारण यह भी था कि उसने हिमाचल में अपने साथियों को साथ लेकर धरना लगवा कर पुलिस पर दबाव बनाया था। दरअसल एक युवक शराब के नशे में खाई में गिर गया था। हिमाचल पुलिस ने उस केस में धारा-174 की कार्रवाई की थी लेकिन जिस युवक ने शशि खिलाफ शिकायत दी थी, उसी युवक पर शशि ने हत्या के आरोप लगा कर उसे नामजद करवा लिया था। हालांकि जिन-जिन लोगों के खिलाफ हत्या का झूठा केस दर्ज किया गया था, वे बरी हो चुके हैं। शिकायतकत्र्ता का आरोप है कि बरी होने से पहले शशि ने फंसाए हुए युवक से राजीनामे के लिए 2 लाख रुपए भी मांगे थे।

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