Coronavirus: लोग बोले प्रशासन अपने लैवल पर जाने खुद के दावों की जमीनी सच्चाई

punjabkesari.in Friday, Mar 27, 2020 - 02:16 PM (IST)

जालंधर(वरुण): जालंधर प्रशासन की तरफ से कर्फ्यू के दौरान लोगों तक खाने-पीने व दवाइयों की बिक्री व डिलीवरी के लिए चाहे काफी प्रयास किए जा रहे हैं लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। ‘पंजाब केसरी’ ने शहर के अलग-अलग इलाकों में रहने वाले लोगों से बात की जिन्होंने हर रोज इस्तेमाल होने वाले सामान व दवाइयां लेने में आने वाली परेशानियों के बारे बताया। 

फोन पिक  न करने वाले दुकानदारों पर हो कार्रवाई : विक्की ढल्ल 
न्यू ग्रीन मॉडल टाऊन के रहने वाले विक्की ढल्ल का कहना है कि कर्फ्यू के पहले दिन जो सामान खरीदा था, वह खत्म होने लगा है। राशन लेने के लिए उन्हें अब दिक्कत आने लगी है। उन्होंने कहा कि फोन न पिक करने वाले वाले दुकानदारों के लाइसैंस रद्द किए जाएं। उन्होंने कफ्र्यू दौरान समाज सेवा कर रहे लोगों व सड़कों पर ड्यूटी दे रहे पुलिस मुलाजिमों की काफी प्रशंसा की और मांग करते कहा कि प्रशासन जमीनी लैवल पर इस परेशानियों को जरूर चैक करे। 


वार्डों के हिसाब से पक्के रखे जाएं सामान बेचने वाले वैंडर : रचिन गुप्ता
सैंट्रल टाऊन के कारोबारी रचिन गुप्ता ने कहा कि राशन व दवाइयों को लेकर आम लोग काफी परेशान हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग करते कहा कि हर वार्ड में 2 सब्जियों की रेहड़ी वाले, एक दूध-दही जैसा सामान देने वाला व एक दवाइयां की डिलिवर करने वाला पक्का वैंडर लगाया जाए ताकि लोगों तक सारा सामान आसानी से पहुंच सके। 

ब्लैक में बेचा जा रहा राशन व दूध-दही : राजेश जैन
शास्त्री नगर के कपड़ा व्यापारी राजेश जैन का कहना है कि लोगों की सहूलियतों के लिए प्रशासन चाहे हर एक कोशिश कर रहा है लेकिन आम जनता के बीच आकर एक बार उनकी परेशानी जरूर जाने। कुछ लोगों ने काफी राशन का सामान डंप कर लिया जिस कारण राशन की दुकानों पर अब कुछ लोग ब्लैक में राशन बेच रहे हैं। इसका नुक्सान हर रोज कमा कर खाने वाले लोगों को हो रहा है। प्रशासन हर एक तरह से सामान का रेट फिक्स करे और ’यादा पैसे लेने वाले पर कानूनी कार्रवाई भी की जाए। 


 

होम डिलीवरी वाले भी आने से डर रहे : अनूप गुप्ता
मखदूमपुरा के रहने वाले केबल का काम करते अनूप गुप्ता ने कहा कि उन्होंने घर पर सामान की डिलीवरी लेने के लिए काफी मुश्किल से 1 नंबर मिला लेकिन होम डिलीवरी वाले युवक खुद डर रहे हैं। उक्त युवकों को पुलिस के अलावा कोरोना का डर सता रहा है। उनका यह भी कहना था कि ब्लैक में मिलने वाले सामान पर किसी तरीके से नथ डाली जाए। 



बाहर से स्टॉक नहीं आ रहा, खत्म हुआ तो दुकान हो जाएगी बंद : स्टोर मालिक
प्रशासन द्वारा भगवाव वाल्मीकि चौक (ज्योति चौक) स्थित जैन स्टोर का भी राशन का सामान लेने के लिए नंबर दिया गया है। जैन स्टोर के मालिक जोगिन्द्र सिंह ने ब्लैक में सामान बेच रहे लोगों को लेकर कहा कि ये लोग अपने देश से गद्दारी कर रहे हैं लेकिन उन्होंने ङ्क्षचता भी जताई कि कफ्र्यू के बाद दुकान के लिए पीछे से सामान नहीं आया। जितना भी पहले का सामान दुकान में था वह सिर्फ वही बेच रहे हैं। अगर राशन व अन्य सामान पीछे से न आया और स्टॉक खत्म हो गया तो न चाहते हुए भी उन्हें दुकान बंद करनी पड़ेगी। 



जालंधर में फंसे लोगों को बाहर निकालने का कोई उपाय नहीं : अंकित चोपड़ा
कोयला कारोबारी अंकित चोपड़ा निवासी कोट पक्षियां का कहना है कि रोजमर्रा इस्तेमाल होने वाले सामान की परेशानी तो है ही, जालंधर में फंसे लोगों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए प्रशासन ने कोई प्रयास नहीं किए। उनके लुधियाना से कुछ गैस्ट जालंधर में फंसे हुए हैं लेकिन कर्फ्यू लगा होने के कारण वे वापस नहीं जा सके। बाहर जाने के लिए निकलते हैं तो उन्हें पुलिस परमिशन लैटर दिखाने का कह कर वापस भेज देती है। प्रशासन उन लोगों की तरफ भी ध्यान दें जो झुग्गियों में रहते हैं दिहाड़ीदार हैं।  

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