पुलिस ने जुटाया सी.टी. इंस्टीच्यूट व सेंट सोल्जर का स्टूडैंट डाटा

punjabkesari.in Thursday, Oct 11, 2018 - 10:38 AM (IST)

जालंधर (रविंदर): शहर के 2 शिक्षण संस्थानों के आतंकियों का अड्डा बनने के बाद सक्रिय हुई जालंधर पुलिस ने हर काम में गंभीरता दिखानी शुरू कर दी है। पुलिस कमिश्रर गुरप्रीत सिंह भुल्लर के आदेशों के बाद एक्टिव हुई पुलिस ने आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद सी.टी. इंस्टीच्यूट व सेंट सोल्जर से सभी स्टूडैंट का डाटा जुटाया। पुलिस ने यह भी पता करवाया कि दोनों इंस्टीच्यूट्स में कितने कश्मीरी युवकों ने दाखिला लिया हुआ था और इन शिक्षण संस्थानों में रहने वाले कश्मीरी स्टूडैंट में कितनों के पास भारतीय आधार कार्ड था और अगर इनके पास भारतीय आधार कार्ड नहीं था तो इनकी एंट्री कॉलेज में कैसे हुई। अगर बिना आधार कार्ड व बिना अन्य वैरीफिकेशन के कॉलेज में दाखिला दिया गया और हथियारों की किस तरह से कॉलेज में एंट्री हुई इसको लेकर कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जा सकता है। 

बिना जांच सेंट सोल्जर का स्टूडैंट कैसे गया सी.टी. होस्टल!
जे. एंड के. व पंजाब पुलिस के पास सी.टी. इंस्टीच्यूट के होस्टल में 2 कश्मीरी आतंकी छुपे होने का इनपुट था मगर पुलिस ने जब ज्वाइंट आप्रेशन किया तो होस्टल के कमरा नं. 94 से 2 नहीं बल्कि 3 आतंकी मिले। पूछताछ के दौरान पता चला कि पकड़ा गया तीसरा आतंकी सेेंट सोल्जर ग्रुप का स्टूडैंट था। पूरे मामले में सी.टी. प्रबंधन की बड़ी लापरवाही सामने आई है कि सेंट सोल्जर ग्रुप का स्टूडैंट सी.टी. इंस्टीच्यूट के होस्टल में कैसे पहुंचा और वहां क्या कर रहा था। 

सेंट सोल्जर का स्टूडैंट पहले भी उठाया था पुलिस ने 
सेंट सोल्जर ग्रुप के स्टूडैंट पहले भी पुलिस के निशाने पर रहे हैं। कुछ समय पहले दिल्ली पुलिस ने सेंट सोल्जर के ही एक स्टूडैंट को उठाया था जो हैकर निकला था और इसकी गतिविधियां भी बेहद संदिग्ध थीं। इसके बावजूद पुलिस ने सेंट सोल्जर ग्रुप के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की थी। 

एन.आई.ए. के निशाने पर रहेंगे दोनों इंस्टीच्यूट
पंजाब की सुरक्षा एजैंसियों के बाद अब उक्त इंस्टीच्यूट एन.आई.ए. के निशाने पर भी रहेंगे। एक-दो दिन में नैशनल इंवैस्टीगेशन एजैंसी पकड़े गए कश्मीरी आतंकियों से पूछताछ करने जालंधर आ रही है। ऐसे में इन कश्मीरी आतंकियों से पूछताछ के अलावा एन.आई.ए. इस बात की भी जांच करेगी कि आखिर इन स्टूडैंट को कैसे इन कॉलेज में एडमिशन मिली और किस तरह से 6 महीने तक एक इंस्टीच्यूट के अंदर असाल्ट राइफल और विस्फोटक सामग्री जमा कर रखी गई। 

swetha