DC इन एक्शन: शाहकोट में तैनात एक सीनियर सहायक को किया जब्री रिटायर

punjabkesari.in Thursday, Jun 21, 2018 - 01:12 PM (IST)

जालंधर(अमित): हाल ही में डी.सी. की कोठी को कुर्क करने के बाद आई नीलामी की नौबत के पश्चात जालंधर के डी.सी. वरिंद्र कुमार शर्मा ने बेहद कड़ी कार्रवाई करते हुए जहां 3 कानूनगो और 2 पटवारियों को तत्काल प्रभाव से सस्पैंड कर दिया था, ठीक उसी प्रकार से एक बार दोबारा से एक्शन में आते हुए डी.सी. ने शाहकोट में तैनात एक सीनियर सहायक सुखबीर सिंह को जब्री रिटायर करने का आदेश जारी किया है। उक्त कार्रवाई पंजाब सिविल सेवाएं (दंड और अपील) रूल्ज 1970 के नियम 5 (7) के तहत प्राप्त अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए की गई है।


क्या है मामला?
एस.डी.एम. शाहकोट ने मिति 23-02-2017 को एक पत्र लिखकर डी.सी. को बताया था कि सुखबीर सिंह 03-02-2017 से लगातार दफ्तर से गैर-हाजिर चल रहा था। इसके साथ ही एक अन्य पत्र जो मिति 15-03-2017 को लिखा गया था, में बताया गया था कि सुखबीर बिना बताए ही दफ्तर में अपनी हाजिरी लगाकर गायब हो जाता है। उक्त कर्मचारी के पास काफी अहम सीटों का काम सौंपा गया था और 2016-17 का आखिरी महीना होने की वजह से अहम डाक को लेकर परेशानी आ रही थी। तहसीलदार शाहकोट की तरफ से भी कर्मचारी के साथ फोन पर संपर्क करने की कोशिश की गई और कई बार तो उसके रिहायशी पते पर भी अन्य कर्मचारी को भेजा गया। मगर वह घर पर मिला ही नहीं, इसलिए कर्मचारी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए सिफारिश की गई थी। वहीं, तहसीलदार शाहकोट द्वारा बार-बार संदेश देने पर भी वह कार्य पर नहीं आया। विभागीय जांच में उसके द्वारा बताया गया कि वह सेहत ठीक न होने के कारण दफ्तर नहीं गया। इन्हीं तथ्यों के आधार पर डी.सी. ने कर्मचारी को जबरदस्ती रिटायर करने का आदेश जारी किया है।


ड्यूटी के साथ लापरवाही किसी कीमत पर नहीं होगी बर्दाश्त : डी.सी.
डी.सी. वरिंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि किसी भी कर्मचारी द्वारा अपनी ड्यूटी के साथ लापरवाही किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अगर कोई इसका दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ बनती कार्रवाई की जाएगी ताकि अन्य कर्मचारियों को सबक मिल सके।

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