डिप्टी कमिश्नर वरिन्द्र कुमार शर्मा देश भर के 50 पापुलर ब्यूरोक्रेट्स की सूची में शामिल

punjabkesari.in Wednesday, Jun 03, 2020 - 10:05 AM (IST)

जालंधर(चोपड़ा): अपनी मेहनत, कार्यदक्षता, मिलनसार स्वभाव व हरेक चुनौती का सहज स्वभाव को लेकर चर्चित डिप्टी कमिश्नर वरिन्द्र कुमार शर्मा फेम इंडिया के 50 पापुलर ब्यूरोक्रेट्स की सूची में शामिल हुए हैं। जिक्रयोग्य है कि फेम इंडिया और एशिया पोस्ट का सर्वे शानदार गवर्नैंस, दूरदर्शिता, उत्कृष्ट सोच, जवाबदेह कार्यशैली, अहम फैसले लेने की त्वरित क्षमता, गंभीरता और व्यवहार कुशलता आदि 10 मानदंडों पर किया गया है। 

देश भर में 724 जिलों संबंधी सर्वे के विभिन्न श्रेणी में प्रमुख स्थान पर आए 50 लोकप्रिय जिलाधिकारियों की सूची में वरिन्द्र शर्मा का नाम शामिल होना जालंधर वासियों के लिए गौरव की बात है। सर्वे के आधार पर 50 कैटेगरियों में बांटा गया था और वरिन्द्र कुमार शर्मा का नाम देश के सबसे मजबूत डिप्टी कमिश्नर की कैटागिरी में चयनित हुआ है। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न स्रोतों, प्रबुद्ध लोगों की राय और ग्राऊंड एवं मीडिया रिपोर्टों के आधार पर हुए इस सर्वे के दौरान चर्चा में प्रमुख विषय रहा कि देश में प्रधानमंत्री, रा’य में मुख्यमंत्री और जिले में डिप्टी कमिश्नर के पास ही जनता के लिए कुछ बेहतर करने की ताकत होती है। देश व राज्य की पूरी मशीनरी विकास संबंधित योजनाओं का जो खाका तैयार करती है, उसका लाभ लोगों तक पहुंचाने की मुख्य जिम्मेदारी जिले के डिप्टी कमिश्नर की होती है। जिलाधिकारी अपनी तैनाती के दौरान जिले की प्राकृतिक संपदाओं, कृषि, सड़क, बिजली, वित्त और मानव पूंजी से भली भांति परिचित हो चुके होते हैं, इसीलिए समस्याओं का निदान और विकास के नए पायदान गढऩे के सूत्र उनके पास होते हैं। जिसको लेकर इस बार देश निर्माण में अपनी बेहतर भूमिका निभा रहे डिप्टी कमिश्नरों को श्रेय देने का निर्णय किया था। 


अधिकारियों के टीम वर्क व लोगों के सहयोग से ही मिला सम्मान : वरिन्द्र कुमार शर्मा 
डिप्टी कमिश्नर वरिन्द्र कुमार शर्मा ने कहा कि जालंधर वासियों के सहयोग व जिले के समूह अधिकारियों के टीम वर्क से ही उन्हें यह सम्मान हासिल हुआ है। उन्होंने बताया कि जिस प्रकार पिछले करीब साढ़े 3 वर्षों से लगातार बतौर डिप्टी कमिश्नर जिले की कमान संभाले हुए हैं और उनकी अगुवाई में जिला प्रशासन इससे पहले भी कई कार्यों को लेकर पुरस्कार हासिल कर चुका है। उन्होंने कहा कि यह सम्मान मेरे नाम तो जरूर है परंतु इसके असल हकदार तो जिले की जनता और उनकी समूची टीम है। पिछले वर्ष जिले में आई बाढ़ और अब कोविड़-19 महामारी को लेकर पैदा हुए हालातों सहित हरेक संकट की घड़ी में हरेक अधिकारी ने अपनी नैतिक जिम्मेदारी को समझते हुए अपने दायित्व का बाखूबी निर्वाह किया। वहीं जन सहयोग के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण को आज तक बढऩे से रोकने में जिला प्रशासन ने खासी सफलता हासिल की है।

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