3 दिन पहले विदेश से आए बीमार व्यक्ति की मौत, शव के पास नहीं आए गांववाले

punjabkesari.in Friday, Mar 27, 2020 - 09:11 AM (IST)

गोराया: कोविड-19 महामारी से लोग इतने डर गए हैं कि अब वे आस-पड़ोस में किसी अन्य बीमारी से भी मरे व्यक्ति के शव को कंधा देने से कतराते हैं। गोराया के गांव धलेता में 22 मार्च को दोहा कतर से लौटे एक 60 साल के व्यक्ति की वीरवार को उसके घर में ही बीमारी से मौत हो गई। इसकी सूचना से गांववालों में दहशत फैल गई और कोई भी शव के निकट नहीं आया। इसके बाद ट्रैक्टर-ट्राली में शव ले जाकर घरवालों ने उसका संस्कार किया।

गांव के कुछ लोगों ने बताया कि मरने वाला प्रदीप कुमार उर्फ बिट्टू पुत्र चमन लाल विदेश से लौटने के बाद से ही बीमार चल रहा था, जिसकी सूचना सी.एच.सी. बड़ापिंड में भी दी गई थी, जिसके बाद कोविड-19 के नोडल अफसर डा. अविनाश ने 2 दिन पहले सरपंच के साथ मैडीकल टीम भेजी थी, परंतु प्रदीप के घरवालों ने टीम को बताया कि वह शूगर का मरीज था, जिसे दौरे भी पड़ते थे तो टीम बिना जांच किए लौट गई।उसकी मौत के बाद गांववालों की सूचना पर मीडिया ने पुलिस व सेहत विभाग के अफसरों को सूचना दी कि शव उठाने के लिए गांववासी डर के कारण आगे नहीं आ रहे हैं। इसके बाद चौकी इंचार्ज सुखविंद्र पाल सिंह व नोडल अधिकारी वहां पहुंचे और शव सरपंच हरजीत सिंह की भेजी ट्रैक्टर-ट्राली में ले जाकर श्मशानघाट में घरवालों ने उसका संस्कार किया।

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