बुजुर्गों की प्रापर्टी के नाम पर GST नम्बर लेने वालों की उच्च्स्तरीय जांच की मांग

punjabkesari.in Friday, Apr 20, 2018 - 07:41 AM (IST)

जालंधर (धवन): बुजुर्गों की प्रापर्टी के नाम पर जी.एस.टी. नम्बर लेने वाले कुछ ट्रेडर्स व अन्य लोगों की उच्चस्तरीय जांच करवाने की मांग की गई है। पता चला है कि पिछले समय में बुजुर्गों के नाम पर चल रही प्रापर्टी के आड़ में कुछ बच्चों ने जी.एस.टी. नम्बर अपने नाम पर लिए हैं। उसूलन होना यह चाहिए था कि अगर प्रापर्टी बुजुर्गों के नाम पर है तो जी.एस.टी. नम्बर भी बुजुर्गों के नाम पर लिए जाने चाहिएं थे परन्तु इस मामले में कराधान विभाग ने लापरवाही दिखाई। 

बुजुर्ग लोगों ने अपना नाम गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि जी.एस.टी. नम्बर देते समय प्रापर्टी के कागज सही ढंग से न देखे जाने से अब भविष्य में बुजुर्गों व बच्चों में प्रापर्टी को लेकर विवाद पैदा हो जाएगा। अगर बच्चों ने जी.एस.टी. नम्बर अपने नाम पर लेना था तो उन्हें किराएनामा कराधान विभाग के सामने पेश करना चाहिए था परन्तु ऐसा कुछ नहीं हुआ। बताया जाता है कि बुजुर्गों को आशंका है कि भविष्य में संबंधित प्रापर्टी पर बच्चे अपना कब्जा दिखाएंगे, जिससे बुजुर्गों पर दबाव बढ़ेगा। कल को ये मामले कोर्ट-कचहरियों में भी जा सकते हैं। 

बताया जाता है कि कराधान विभाग अगर जी.एस.टी. नम्बर देते समय जमा करवाए गए कागजों की जांच करवाता है तो उससे एक बड़ा स्कैंडल सामने आ सकता है क्योंकि प्रापर्टी किसी और के नाम पर है जबकि जी.एस.टी. नम्बर किसी अन्य के नाम पर। बुजुर्गों में भय है कि वह कहीं आने वाले समय में अपनी प्रापर्टी से वंचित न हो जाएं। प्रापर्टी को लेकर लड़ाई-झगड़े और बढ़ सकते हैं। कुल मिलाकर पिछले कुछ महीनों के दौरान भारी गिनती में जी.एस.टी. नम्बर धड़ाधड़ तो दे दिए गए परन्तु नम्बर देते समय औपचारिकताओं को पूरा करने वाले कागजों व अन्य चीजों पर अधिकारियों ने ध्यान ही नहीं दिया। 
 

Anjna