पंजाब के सामने वित्तीय घाटा, जमीनी जल स्तर के नीचे गिरने व मिट्टी की उर्वरता कम होने जैसी गंभीर चुनौतियां : अमरेन्द्र

punjabkesari.in Friday, Sep 13, 2019 - 09:22 AM (IST)

जालंधर(धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि पंजाब के सामने इस समय वित्तीय घाटे, भूमिगत जल स्तर के नीचे गिरने तथा मिट्टी की उर्वरता में कमी आने जैसी गंभीर चुनौतियां हैं, जिनका सामना करने के लिए सरकारी नीतियों में संशोधन करने की जरूरत है। उन्होंने पंजाब राज्य सलाहकार परिषद की बैठक में भाग लिया, जिसमें राज्य के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल, मुख्यमंत्री के प्रमुख प्रधान सचिव सुरेश कुमार, श्रीमती विन्नी महाजन व अन्य उच्चाधिकारी भी शामिल थे। 

कैप्टन ने कहा कि राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए वित्तीय घाटे को कम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सरकार ने पिछले कुछ समय के दौरान प्रभावशाली कदम उठाए हैं। अभी भी जिस तरह से देश की अर्थव्यवस्था में स्थायित्व आया है, उसे देखते हुए पंजाब को अपनी आमदनी बढ़ाने की तरफ ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वह वित्तीय घाटे को कम करने के लिए और प्रभावी कदम उठाएं। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब में जमीनी पानी को लेकर गंभीर चुनौतियां सामने आ रही हैं, राज्य के पास फालतू पानी नहीं है क्योंकि पहले ही जमीनी जल स्तर लगातार नीचे गिर रहा है। इस संबंध में कई रिपोर्टें पहले ही विशेषज्ञों की सामने आ चुकी हैं। उन्होंने कहा कि फसली चक्र से किसानों को बाहर निकालने की जरूरत है क्योंकि धान की फसल की बुआई के कारण अत्यधिक पानी का प्रयोग हो रहा है। ऐसी स्थिति को देखते हुए किसानों को उन फसलों की बुआई की तरफ ले जाने की जरूरत है, जिसमें पानी का इस्तेमाल कम से कम होता है। 

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Sunita sarangal