नववर्ष पर जिला प्रशासनिक कॉम्पलैक्स फ्लड लाइटों से जगमगाएगा

punjabkesari.in Tuesday, Dec 31, 2019 - 04:17 PM (IST)

जालंधर(चोपड़ा): नववर्ष में जिला प्रशासनिक कॉम्पलैक्स फ्लड लाइटों की रोशनी से जगमगाएगा। डिप्टी कमिश्नर वरिन्द्र कुमार शर्मा के दिशा-निर्देशों पर बनाई 3 सदस्यीय कमेटी ने आज प्रशासनिक कॉम्पलैक्स का दौरा कर लाइटों को लगाने के लिए विभिन्न स्थानों को चिन्हित किया। इस दौरान एस.डी.एम-1 डा. जय इंद्र सिंह, ए.सी.पी. बलविन्द्र इकबाल सिंह काहलों, सुपरिंटैंडेंट ग्रेड-1 अनिल कुमार काला ने बताया कि कॉम्पलैक्स में लगी लाइटें काफी खस्ताहाल व पुरानी हो चुकी हैं।

इनमें से कई लाइटें अक्सर खराबी के कारण बंद रहती हैं जिसके कारण शाम ढलते ही पूरा कॉम्पलैक्स अंधेरे में डूब जाता है। डा. जय इंद्र ने बताया कि कॉम्पलैक्स की सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए यहां 50 के करीब छोटी-बड़ी फ्लड लाइटें लगाई जाएंगी, जोकि पूरे प्रशासनिक कॉम्पलैक्स सहित पुलिस कमिश्नर कार्यालय को भी कवर करेंगी। उन्होंने कहा कि लाइटें लगाने का काम अगले करीब 15 दिनों में पूरा हो जाएगा। इस दौरान अधिकारियों के साथ जिला नाजर महेश कुमार व अन्य भी मौजूद थे। 

रोशनी का ध्यान परंतु धरातल की समस्याओं से अधिकारी बने अनजान
एस.डी.एम. डा. जय इंद्र सिंह की अगुवाई में बनी कमेटी ने प्रशासनिक कॉम्पलैक्स का दौरा किया, परंतु कमेटी के सभी अधिकारियों का ध्यान ऊपरी कॉम्पलैक्स की बिल्डिंग की तरफ रहा। किसी ने भी धरातल की समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया, जिससे कॉम्पलैक्स में रोजाना आने वाले सैंकड़ों लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। एस.डी.एम.-1 के कोर्ट व तहसीलदार के कमरों के सामने बना बाथरूम पिछले कई महीनों से बंद है व बाथरूम के दरवाजे पर ताला जड़ा हुआ है। सीवरेज बंद होने से गंदा पानी ओवरफ्लो होकर चारों तरफ फैला हुआ है। गंदे पानी से उठने वाली बदबू से वहां खड़ा होना भी मुश्किल है, परंतु उसी बाथरूम व गंदे पानी के समीप खड़े होकर एस.डी.एम., सुपरिंटैंडेंट व जिला नाजर फ्लड लाइटों को लगाने के स्थानों का मुआयना करते रहे। इस दौरान किसी भी अधिकारी ने गंदगी के फैले साम्राज्य को ठीक करवाने की तरफ ध्यान देने की चेष्टा नहीं की।

तहसील कॉम्पलैक्स में अस्त-व्यस्त पार्किंग व्यवस्था 
तहसील गेट के समीप कमेटी बाहरी दीवारों का निरीक्षण करती रही, परंतु वहां अवैध तौर पर बैंच लगाकर बैठे लोगों और पूरे इलाके में अस्त-व्यस्त तरीके से पार्क किए गए दोपहिया वाहनों को नजरअंदाज कर दिया गया। जिक्रयोग्य है कि पार्किंग का ठेका लेने वाला ठेकेदार वाहनों से वसूली तो करता है, परंतु ठेकेदार की पर्ची लेने के बाद वाहन चालक को समूचे कॉम्पलैक्स में अपने वाहन को खड़े करने का अधिकार मिल जाता है। आड़े-तिरछे वाहनों को ठीक ढंग से कतारों में खड़े करवाने के लिए ठेकेदार द्वारा एक भी कारिंदा तैनात नहीं किया जाता। पूरे कॉम्पलैक्स में दोपहिया वाहनों को खड़े करने से कॉम्पलैक्स की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवालिया निशान लग रहे हैं। 

जैट मशीनों से जल्द किया जाएगा बंद पड़े सीवरेज को चालू : महेश
इस संबंध में जिला नाजर महेश कुमार ने कहा कि पार्किंग ठेकेदार को कल ही पार्किंग व्यवस्था दुरुस्त करने की चेतावनी दी जाएगी। महेश कुमार ने कहा कि सीवरेज जाम की समस्या को ठीक करने के लिए नगर निगम को कहा गया है और जल्द ही जैट मशीनों के जरिए बंद हुए सीवरेज को चालू करवाया जाएगा। 

जगह-जगह सीवरेज जाम होने से गंदा पानी हो रहा ओवरफ्लो 
एस.डी.एम.-1 के खुद के कार्यालय के बाहर सीवरेज के ओवरफ्लो होते गंदे पानी के जमाव के चलते वहां से गुजरने वाले लोगों को परेशानियां हो रही थीं। पानी के रिसाव के चलते सड़क पर बने गड्ढे मिट्टी से भर गए थे, परंतु पानी गिरने से मिट्टी गार का रूप धारण कर चुकी थी। इस दौरान जिलाधीश कार्यालय आने वाले लोग अधिकारियों को कोसते दिखे। लोगों का कहना था कि अगर डी.सी. के ऑफिस का ऐसा बुरा हाल है तो शहर की सफाई व्यवस्था व सड़कों की हालत का तो भगवान ही रखवाला है।

Edited By

Sunita sarangal