पंजाब पुलिस ने थानों में मनाई दीपावली

punjabkesari.in Friday, Nov 09, 2018 - 10:21 AM (IST)

जालंधर(शौरी): एक तरफ जहां लोगों ने घरों व आफिसों में दीपावली मनाई तो दूसरी ओर पुलिस वालों ने भी थानों में यह त्यौहार मनाया। पुलिस वालों ने थानों में ही मोमबत्तियां, दीपक, पटाखे आदि चलाकर एक-दूसरे को शुभकामनाएं दीं। वर्दीधारी पुलिस वालों को देखकर थाने में आए लोग भी यह सोचने के लिए मजबूर हो गए कि उनकी सुरक्षा के लिए पुलिस वाले तैनात हैं और वह घर भी नहीं जा सकते।

थाना 4 में भी यही देखने को मिला। थाने में तैनात पुलिस जवानों ने थाना परिसर में रंगोली बनाई और साथ ही दीपमाला भी की। एक पुलिस वाले का तो कहना था कि घर नहीं जा सकते तो थाने में दीपावली तो मना ही सकते हैं। वहीं दूसरी ओर सिविल अस्पताल में भी दीपावली मनाई गई। अस्पताल में तैनात पुलिस चौकी के जवानों ने चौकी का कमरा साफ करवाकर देर शाम मोमबत्तियां चौकी के कमरे के बाहर जलाईं और मिठाई बांटी। 

लो जी! प्रार्थना आ गई काम, नहीं आए मारपीट के मामले 
सिविल अस्पताल की एमरजैंसी का इतिहास रहा है कि दीपावली के दिनों में जहां महानगर में मारपीट के मामलों में घायल देर शाम से सुबह तक 25 से लेकर 30 तक आते हैं और घायल एम.एल.आर. कटवाते हैं। एमरजैंसी हाऊसफुल होती है और वार्ड में भी विवाद के बाद हूटर बजते हैं लेकिन कमाल की बात दिखी कि अस्पताल में मात्र 4 मारपीट में घायल लोग आए और एम.एल.आर कटवा कर घरों को चले गए। दरअसल शाम को दर्जा चार कर्मी सुनील ने एमरजैंसी वार्ड में बनाए मंदिर में पूजा कर प्रार्थना की कि लोग राजी-खुशी दीपावली का त्यौहार मनाएं और आज कम ही लड़ाई-झगड़े हों। सुनील की भगवान ने प्रार्थना सुनी, नाममात्र ही लोग आपस में भिड़े। वहीं दीपावली के दिन पटाखे चलाने के मामले में झुलसने का कोई केस सिविल अस्पताल नहीं आया।

 सिविल अस्पताल दीपावली के दिन खाली सा ही दिख रहा था
 सिविल अस्पताल की मैडीकल सुपरिंटैंडैंट डा. जसमीत बावा ने कहा कि दीपावली के मद्देनजर उन्होंने अस्पताल के डाक्टरों व स्टाफ को पहले ही अलर्ट पर रहने के आदेश दे रखे थे ताकि झुलसे मरीजों का उपचार ठीक तरीके से हो सके लेकिन सौभाग्यवश अस्पताल में कोई झुलसा मरीज नहीं आया।

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